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________________ भारत की खोज ना, ना मारना तो गलत है ही क्योंकि मारने से गांधी की गलती को समझना मुश्कि ल हो गया है। गोमसे ने गांधी को महात्मा बना दिया। नहीं तो गांधी इतने बड़े महा त्मा थे नहीं। आप समझते हैं ना गांधी इतने बड़े महात्मा कभी भी नहीं थे यह गोम से की कृपा है कि गांधी एकदम इतने बड़े महात्मा हो गए कि अब उनका आलोचना करना मुश्किल हो गया है । गोमसे ने गोली मारकर जितना नुकसान किया है उसका हिसाब नहीं । वह नुकसान गांधी को मारने का था ही। फिर गांधी तो खैर मर ही जाते। दो चार पांच साल में मरते इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता । लेकिन गांधी को मार कर गोमसे ने गांधीवाद पर ऐसी सील बिठा दी जिसका कोई हिसाब नहीं, अगर जीसस को यहूदियों ने ना मारा होता तो शायद क्रशचेयनटी कहीं भी नहीं होती। जीसस से कोई प्रभावित नहीं हुआ । सूली से बहुत लोग प्रभावित हो गए। गांधी से आप इतने प्रभावित नहीं थे गोली लगने से आप भी रोने लगे, और उस रोने में आप कोमल हो गए, एक साफ्टकार्नर हो गया माईंड का गांधी के लिए, यह बहुत बुरा हुआ गांधी के साथ । गोमसे बहुत बुरा आदमी है और इसकी तुलना में गांधी बहुत अच्छा आदमी है। वह गांधी का अच्छापन गोमसे की तुलना में हो गया। यानि जो कठिनाई हो गई ना क ट्रास्ट बहुत उल्टा हो गया । गांधी को सोचा जाना चाहिए था मार्क्स की तुलना में, महावीर की तुलना में, बुद्ध की तुलना में, फ्राइड की तुलना में, वह मामला खत्म हो गया। अब जब आप कहते हैं गांधी गोमसे, तब बड़ी गड़बड़ हो गई। गोमसे बिलकुल काली शक्ल है और गांध उसके सामने बहुत सच्चे दिखाई पड़ने लगे । और गोली मारकर गोमसे ने बुरा ही किया अच्छा नहीं किया। कोई आदमी कितना भी गलत है। उस गलत आदमी को अपनी गलत बात कहने का हक है । और कोई आदमी कितना ही सही है, तो भी ग लत आदमी की आवाज बंद करने का कोई हक नहीं। चूंकि यह इसका मतलब यह हुआ गोमसे जैसे लोगों की जो भूल है वह यह है कि गोमसे जैसे लोग गोली को आ ग्रूमेंट समझते हैं। कोई गोली आर्ग्रमेंट है अगर आप एक लट्ठ मेरे सिर पर मार दें तो तो उससे मेरी बात गलत हो गई। और अगर आप लट्ठ मारते हैं तो एक बात तो तय है कि आप मुझे ठीक मानते थे और मुझे गलत सिद्ध करने में असमर्थ हैं। गोमसे की कम्पनी जो थी इस मुल्क में या है अभी भी वह पूरी की पूरी कम्पनी गांधी को जवाब देने में असमर्थ है. हां, वह चलेगा। हां, उसको भगवान बनाने की कोशिश चलेगी. भगवान गोमसे बनाने की कोशिश चलेगी। गोली मारी उन्हीं को हम गवाह बना रहे हैं। हां, वह तो चलेगी । . Page 145 of 150. http://www.oshoworld.com
SR No.100003
Book TitleBharat ki Khoj
Original Sutra AuthorN/A
AuthorOsho Rajnish
PublisherOsho Rajnish
Publication Year
Total Pages150
LanguageHindi
ClassificationInterfaith & Interfaith
File Size1 MB
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