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परिशिष्ट - २
प्रमुख दार्शनिक और उनकी कृतियाँ
१ अकलङ्कदेव -- ७५० | जैन - १ तत्त्वार्थाधिगमसूत्र की टीका ( तत्त्वार्थवार्तिकालंकार ), २. आप्तमीमांसा की टीका ( अष्टशती ) |
२ अक्षपाद ( गौतम ) ३०० ई० पू० । न्याय - २
- सूत्र |
३ अखण्डानन्द सरस्वती - १५८० | अद्वैतवेदान्त - १. विवरण की टीका ( तत्त्वदीपन ), २. ब्रह्मसूत्रवृत्ति ( ऋजुप्रका शिका ), ३. मुक्तिसोपान, ४. अद्वैतरत्नकोश । ४ अघोर शिवाचार्य - ११५० | शैव-तत्त्वप्रकाश की टीका ।
५. अच्युतकृष्णानन्दतीर्थ - - ? | अ० ६ अच्युतराय मोडक - - १८०० | अ०
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७ अद्वयारण्यमुनि - १५८० । अ० वे ८ अद्वैतानन्द सरस्वती - १२२५ |
भरण ), २. आत्मबोध की टीका ( आध्यात्मचन्द्रिका ) |
९ अनन्त - - ११५० | वि० ० - १. प्रपन्नामृत ( रामानुजचरित), २. ब्रह्मलक्षणनिरूपण ।
०-- विद्धान्तलेश की टीका ( कृष्णालंकार ) । वे० -- पञ्चदशी की टीका |
वेदान्तकौमुदी ।
अ० वे० - - १. शारीरभाष्य की टीका ( ब्रह्मविद्या
१० अनन्त - - ( पद्मानाभपुत्र ) ? | द्वै० -- पदार्थसंग्रह की टीका ( मव्वसिद्धान्तसार ) । ११ अनन्त - १५७० । न्याय - पदमञ्जरी । वे० - सप्तपदार्थों की टीका ।
१२ अनन्त - १६६० । व्या०- - सिद्धान्तकौमुदी की व्याख्या ।
१३ अनन्तकृष्णशास्त्री - १९४० । अ० वे० - शतभूषणी तथा अन्य ग्रन्थ | १४ अनन्तदेव - १६७० | मी० - मीमांसान्यायप्रकाश की वृत्ति ।
१५ अनन्तभट्ट - ? | व्या - शब्दसुधा । योग - योगचन्द्रिका |
१६ अनन्तवीर्य - १४३९ । जैन - परीक्षामुख की टीका ( लघुवृत्ति ) ।
१७ अनिरुद्ध - १५०० | सांख्य सूत्रवृत्ति ।
१८ अन्नंभट्ट - १६९० | वै० - नर्कसंग्रह और उसकी टीका ( प्रायः २० टीकायें ) १ । व्या० - अष्टाध्यायी सूत्रवृत्ति ।
१. तर्कसंग्रह के टीकाकार - अन्नंभट्ट (दीपिका), नीलकण्ठ ( १=३० दीपिकाप्रकाश ), हि (१८५० दीपकप्रकाश की टीका ), श्रीनिवास ( तर्कदीपिका को टीका), गोवर्धन (साववोधिनी), कृष्णधूर्जटि, चन्द्रसिंह, विन्ध्येश्वरीप्रसाद, क्षमाकल्याण, मुरारि ( १७१०), मुकुन्द भट्ट ( १७१५ ), मेणास्त्री २-२० )
जदि ।