SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 814
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ J प्रन्थ न्यायरत्नमाला ( तन्त्रवार्तिक की व्याख्या ) न्यायरत्नाकार ( श्लोकवार्तिक की व्याख्या ) न्यायरत्नावली न्यायरत्नावली ( न्यायसिद्धान्त मञ्जरी की टीका ) न्यायरत्नावली ( सिद्धान्तबिन्दु की टीका ) न्यायलीलावती न्यायवार्तिकतात्पर्य न्यायवार्तिकतात्पर्य की टीका न्यायविवरण न्यायविवरण ( कृष्णामृतमहार्णव की टीका ) न्यायवृत्ति न्यायसार न्यायसिद्धाञ्जन की टीका 23 न्यायसिद्धान्तदीप न्यायसिद्धान्तमञ्जरी न्यायवार्तिकतात्पर्यपरिशुद्धि न्यायविलास ( तर्कभाषा की टीका ) विश्वनाथ आनन्दतीर्थ "1 17 प्रमुखदर्शन ग्रन्थाः रचयिता तम्मणाचार्य अभयतिलक भासर्वज्ञ माधवदेव "" न्यायसार ( न्यायपरिशुद्धि की टीका ) श्रीनिवासाचार्य न्यायसिद्धाञ्जन न्यायसिद्धान्तमञ्जरी की टोका पार्थसारथिमिश्र "" "" वेङ्कटनाथ वासुदेव ब्रह्मानन्दसरस्वती बल्लभन्यायाचार्य वाचस्पतिमिश्र उदयनाचार्य वेङ्कटनाथ ( १२६७ - १३६८ ) रङ्गरामानुज कृष्णता तार्य शशधर चूडामणि जानकीनाथभट्टाचार्य श्रीनिवास कृष्णवागीश त्रिलोचनदेव विषय मीमांसा " विशिष्टाद्वैतवेदान्त न्याय - दर्शन अद्वैतवेदान्त वैशेषिक न्याय - दर्शन 13 77 "" वेदान्त "" न्याय - दर्शन 17 " विशिष्टाद्वैतवेदान्त 17 "" "" "3 न्याय-दर्शन "} "" "" 14 ७७७ समय ९०० ९०० १३२० - ११५० ८४१ ९८४ १६३४ ११७० १०५० ९२५ १६५५ १.३२० १३०० १४५० '१३० 111
SR No.091020
Book TitleSarva Darshan Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUmashankar Sharma
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year
Total Pages900
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size38 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy