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________________ ७६५ समय विषय वैशेषिक द्वैतवेदान्त जैन-दर्शन १४२५ ११७० प्रमुखदर्शनप्रन्याः ग्रन्थ रचयिता उपस्कार ( कणादसूत्र की वृत्ति) शंकरमिश्र उपाधिखण्डन आनन्दतीर्थ उपासनाध्ययन समन्तभद्र उपासनाध्ययन की टीका प्रभाचन्द्र ऋग्भाष्य आनन्दतीर्थ ऋजुविमला ( बृहती की व्याख्या ) शालिकनाथ कणादरहस्य ( कणादसूत्रभाष्य की टीका) शंकरमिश्र कणादसूत्र कणाद कणादभाष्य प्रशस्तपाद कणादसूत्र की वृत्ति नागेश चन्द्रकान्त द्वैतवेदान्त मीमांसा ६०० ८२५ ११७० ७९० वैशेषिक १४२५ - वैशेषिक ४५० १७१४ १८८० जयनारायण भरद्वाज आनन्दतीर्थ द्वैतवेदान्त ११७० " मृगेन्द्र शैवदर्शन कथालक्षण कमठश्रुति करणागम कपूरवातिक ( शास्त्रदीपिका की व्याख्या) कर्मनिर्णय कला ( लघुमञ्जूषा की टीका ) कल्पतरु ( भामती को टीका ) कल्पलता (प्रौढ़मनोरमाव्याख्या ) कल्पसूत्र कल्पसूत्र की टीका ( सुबोधिनी ) , (कल्यावलोकिनी ) कामधेनु कामिकायम कालाग्निरुद्रोपनिषद् कालोत्तरोपनिषद् सोमेश्वर आनन्दतीर्थ बालम्भट्ट अमलानन्द कृष्णमिश्र भद्रबाहु मीमांसा १५०० द्वैतवेदान्त ११७० व्याकरण १७५० अद्वैतवेदान्त १२५० व्याकरण जेन-दर्शन ई० पू० २०० ११९० बोपदेव मृगेन्द्र व्याकरण शेव-दर्शन
SR No.091020
Book TitleSarva Darshan Sangraha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorUmashankar Sharma
PublisherChaukhamba Vidyabhavan
Publication Year
Total Pages900
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Philosophy
File Size38 MB
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