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सहायक ग्रन्थ 1. जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग 5) - ले. पं. अंबालाल, प्रे. शाह,
पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी
2. प्राकृत एवं जैनागम साहित्य - ले. डॉ. हरिशंकर पाण्डेय, श्री लक्ष्मी
पब्लिकेशन कतिरा, आरा 3. प्राकृत भाषा और साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास-ले.
डॉ. नेमिचन्द्रशास्त्री, तारा बुक एजेन्सी, वाराणसी 4. प्राकृत साहित्य का इतिहास - ले. डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, चौखम्बा
विद्याभवन, वाराणसी 5. प्राकृत स्वयं-शिक्षक – ले. डॉ. प्रेमसुमन जैन, प्राकृत भारती अकादमी,
जयपुर 6. भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान - ले. डॉ. हीरालाल जैन,
मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद, भोपाल
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