________________
७१८ जैन आगम साहित्य : मनन और मीमांसा : परिशिष्ट २ हरिभद्र और समयसुन्दर की टीकाओं के साथ-भीमसी माणेक, बम्बई, सन्
१६०० ३ समयसुन्दर विहित वृत्ति सहित-हीरालाल हंसराज, जामनगर सन् १९१५,
जिनयश सूरि ग्रन्थमाला, खम्भात, सन् १९१६ ४ भद्रबाहुकृत नियुक्ति की हरिभद्रीय वृत्ति के साथ--देवचन्द्र लालभाई जैन
पुस्तकोद्धार, बम्बई, सन् १९१८) मनसुखलाल हीरालाल, बम्बई, वि.सं. १९६६ ५ भद्रबाहुकृत नियुक्ति सहित-E. Leumann, ZDMG. Vol. 46, pp. 581
663. ६ अंग्रेजी अनुवाद सहितw. Schubring, Ahmedabad, 1932; N. V.
Vaidya, Poona, 1937. ७ हिन्दी टीका सहित-मुनि आत्माराम जी, ज्वालाप्रसाद माणकचन्द जौहरी,
महेन्द्रगढ़ (पटियाला), वि. सं. १९८६; जैन शास्त्रमाला कार्यालय, लाहौर, वि. सं. २००३; मुनि हस्तिमल जी, मोतीलाल बालमुकुन्द मूथा, सतारा, सन्
१६४० ८ हिंन्दी अनुवाद सहित-अमोलक ऋषि, सुखदेव सहाय ज्वाला प्रसाद जौहरी, हैदराबाद, वी.सं. २४४६, मुनि त्रिलोकचन्द्र जीतमल जैन, देहली, वि. सं. २००७; घेवरचन्द्र बांठिया, सेठिया जैन पारमार्थिक संस्था, बीकानेर, वि. सं. २००२ साधुमार्गी जैन संस्कृति रक्षक संघ, सैलाना, वि. सं. २०२०; मुनि अमरचन्द्र पंजाबी, विलायतीराम अग्रवाल, माच्छीवाड़ा, वि. सं. २००० ६ संस्कृत व्याख्या व उसके हिन्दी-गुजराती अनुवाद के साथ----मुनि धासीलाल,
जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट सन् १९५७-१९६० १० सुमति साधु विरचित वृत्ति सहित-देवचन्द लालभाई जैन पुस्तकोद्धार, सूरत,
सन् १९५४ ११ हिन्दी अनुवाद-मुनि सौभाग्यचन्द्र (सन्तबाल), श्वे० स्था० जैन कॉन्फ्रेन्स बम्बई
सन् १९३६ १२ गुजराती छायानुवाद-- गोपालदास जीवाभाई पटेल, जैन साहित्य प्रकाशन
समिति, अहमदाबाद, १६३६ १३ जिनदासकृत चूणि---रतलाम सन् १९३३ १४ मूल, टिप्पण सहित, आचार्य तुलसी स. मुनि नथमल प्रकाशक-जैन श्वेताम्बर
तेरापंथी महासभा, ३ पार्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कलकत्ता, प्रथम संस्करण २०२०;
द्वितीय संस्करण-सन् १९७४ जैन विश्वभारती लाडनूं, (राजस्थान) १५ दसकालियसुतं-नियुक्ति, अगस्त्यसिंह चूणि सहित-संशोधक-सम्पादक पुण्यविजय
जी महाराज, प्रकाशक-प्राकृत ग्रन्थ परिषद्, वाराणसी ५, प्र. संस्करण १९७३ १६ दसवैकालिक दीपिका-हीरालाल हंसराज, जामनगर, सन् १९०५