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७१६ जैन आगम साहित्य : मनन और सीमांसा : परिशिष्ट २ मलयगिरिकृत टीका के साथ-आगमोदय समिति, बम्बई, सन् १९१८-१९१६
३ हिन्दी अनुवाद सहित-अमोलक ऋषि, हैदराबाद, वी. सं. २४४५ - ४ मलयगिरि विरचित टीका के गुजराती अनुवाद के साथ-भगवानदास हर्षचन्द्र,
जैन सोसायटी, अहमदाबाद, वि. स. १९९१ , ५ हरिभद्र विहित प्रदेश व्याख्या सहित-ऋषभदेव जी केशरीमल जी श्वे. संस्था
तथा जैन पुस्तक प्रचारक संस्था, सन् १९४७-१९४६ ६ पण्णवणासुत्तं दो भाग-मुनि पुण्यविजय जी, श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई
३६, सन् १९७१ -७ प्रज्ञापना प्रदेश व्याख्या उत्तर भाग--जैन पुस्तक प्रचारक संस्था, सूर्यपुर, सन् १९४६
- सूर्यप्राप्ति १ मलयगिरिविहित वृत्ति सहित--आगमोदय समिति, बम्बई, सन् १९१६ , .. २ रोमन लिपि में मूल-J. F. Kohl, Stuttgart, 1937 ३ हिन्दी अनुवाद सहित-अमोलक ऋषि, हैदराबाद, वी. सं. २४४५
जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति .. १ शान्तिचन्द्रविहित वृत्ति सहित---देवचन्द लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फंड, बम्बई,
सन् १९२०; धनपतसिंह, कलकत्ता, सन् १८८५ -२ हिन्दी अनुवाद सहित-अमोलक ऋषि, हैदराबाद, बी. सं. २४४६
- निरयावलिका १ चन्द्रसूरिकृत वृत्ति सहित--आगमोदय समिति, सूरत, सन् १९२२
२ वृत्ति तथा गुजराती विवेचन के साथ--आगम संग्रह, बनारस सन् १९८५ .३ प्रस्तावना आदि से साथ---P.L. Vaidya, Poona, 1932;A.S. Gopani
and V. J. Chokshi, Ahmedabad, 1934 .४ हिन्दी अनुवाद सहित---अमोलकऋषि, हैदराबाद, वी. स. २४४५ ५ मूल व टीका के गुजराती अर्थ के साथ-जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वि.
स. १९६० ६ संस्कृत व्याख्या व उसके हिन्दी-गुजराती अनुवाद के साथ-मुनि घासीलाल,
जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट १६६० ७ गुर्जर ग्रन्थ कार्यालय, अहमदाबाद सन् १९३४
उत्तराध्ययन १ अंग्रेजी प्रस्तावना आदि के साथ-----Jari Charpentier, Upsala, 1922 २ अंग्रेजी अनुवाद-H. Jacobi, S. B. E. Series, Vol. 45, Oxford,
1895; Motilal Banarsidass, Delhi 1964 :-३ लक्ष्मीवल्लभविहित वृत्ति सहित-आगम संग्रह, कलकत्ता, वि.सं. १६३६.
४ जयकीर्तिकृत टीका सहित-हीरालाल हंसराज, जामनगर, १९०६