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प्रस्तुत ग्रन्थ के प्रकाशन में श्री पारेलाल जी भाडा असीबाग ने दस हजार रु. का अनुदान दिया, अत: उनके प्रति कृतज्ञता जापित करते हैं। सन्थ के सुन्दर एवं सत्वर मुद्रण के लिए हम डिवाइन प्रिंटस के भी अ"भारी हैं।
गुसाममल चोरडिया
अध्यक्ष
सरवारमल कांकरिया
मानद् महामन्त्री