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________________ २४७ विमल ज्ञान प्रबोधिनी टीका हाथों को जोड़ता हुआ आपके चरणों में नतमस्तक होता है, वह आपके दर्शन से अत्यन्त संतुष्ट होता है। वस्तारातिरिति त्रिकालविदिति त्राता त्रिलोक्या इति. श्रेयः सूति-रितिनियां निधिारत, श्रेष्ठः सुराणामिति । प्राप्तोऽहं शरणं शरण्य-मगतिस्त्वां सत्-त्यजोपेक्षणम्, रक्ष क्षेमपदं प्रसीद जिन ! किं, विज्ञापितैर्गोपितैः ।।१६।। अन्वयार्थ हे भगवान् ! ( त्रस्त आराति इति ) आप शत्रुओं को नष्ट करने वाले हैं, इसलिये ( त्रिकालविद् इति ) आप तीनों लोकों के ज्ञाता है, इसलिये ( त्रिलोक्या: त्राता इति ) आप तीन लोकों के रक्षक हैं इसलिये ( श्रेयः सूतिरिति ) आप कल्याण की उत्पत्ति करने वाले हैं इसलिये ( श्रियां निधिरिति ) लक्ष्मी की निधि हैं इसलिये और ( सुराणां श्रेष्ठः ) देवों में श्रेष्ठ हैं इसलिये ( अगतिः अहं ) अन्य उपाय से रहित ऐसा मैं ( शरण्यं ) शरण देने में निपुण ( क्षेमपदं ) कल्याण/कुशल-मंगल के स्थानभूत ( त्वां शरणं ) आपकी शरण को ( प्राप्त: ) प्राप्त हुआ हूँ ( तत् ) इसलिये ( जिन ! ) हे जिनदेव ( उपेक्षण त्यज ) उपेक्षा को छोड़िये ( रक्ष ) मेरी रक्षा कीजिये ( प्रसीद ) प्रसन्न होइये ( विज्ञपितैः गोपितैः किम् ) मेरी इस प्रार्थना को गुप्त रखने से क्या प्रयोजन ? अर्थात् इस प्रार्थना को गुप्त रखने से क्या लाभ ? आप सर्वज्ञ सभी जानते हैं। भावार्थ---हे वीतराग प्रभो ! आप घातिया कर्मरूप शत्रुओं का क्षयकर त्रिकालज्ञ हुए इसलिये आप तीनों लोकों के रक्षक हैं । हे नाथ आप तीनों लोकों के जीवों का कल्याण करने वाले बहिरंग समवशरणादि व अन्तरंग में अनन्त चतुष्टय लक्ष्मी के स्वामी हैं । लोक के देवों में श्रेष्ठ देवाधिदेव आप ही हैं । अन्य कोई देव मेरा रक्षक नहीं हो सकता है । इस जगत् में एक अद्वितीय शरण देने में निपुण, कल्याण-मंगलसर्वकुशल के स्थानभूत हे प्रभो ! मैं आज आपकी शरण में आ चुका हूँ । हे जिनदेव ! मेरे प्रति अन्न उपेक्षा को छोड़ियो । मेरी रक्षा कीजिये। मुझ पर प्रसन्न होइये । मैं आपनी वेदना को प्रार्थना को, गुप्त रखू यह भी ठीक नहीं। आप सर्वज्ञ प्रभो ! मेरी प्रार्थना पर ध्यान दीजिये। मेरा कल्याण कीजिये।
SR No.090537
Book TitleVimal Bhakti
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSyadvatvati Mata
PublisherBharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad
Publication Year
Total Pages444
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Devotion
File Size8 MB
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