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CISIOISTOISEASIRISTOT5 विधानुशासन 98510151235105505OISS नाली() की जड़ को पीसकर उसके अथवा शक्कर के साथ लेप से पागल कुत्ते के दांत से उत्पन्न जख्म भर जाता है।
मत श्रुनकस्य गधे के विष का मंत्र पुरपुर चरचरविरिविरि छिंद छिंदवडगेनछेदटा छेदय श्रुलेनभिंद भिंद चक्रेण दारया दारय हुं फट ठाठः॥
मंत्रज्ञेन प्रवक्ताय मभि मंत्रयस्य कर्मणा, गर्दभ प्रभतीनां यद्रिषं तदरिवलं हरेत् ।
॥१५०॥ मंत्र शास्त्री द्वारा इस मंत्र से मंत्रित किये जाने पर गधे आदि का सब विष नष्ट हो जाता है।
अब्दाब्ज मलयज वरामांसी रण पदमकैरजा पयसा,
समुपेतै हरति कृतः पानादि गर्दभादि विष ॥१५१॥ कमल चंदन वराह मांसी (जटामांसी) रण (खस) पदमाक को बकरी के दूध के साथ पीने से गधे आदि का सब विष नष्ट हो जाता है।
गर्द्धभ विष्स्य ततैया के विष की औषधि फणिर्जकांबुना दंशं पिंधत कंटा, घर्षे लोहित्रवा सद्यः प्रणश्येदरटी विर्ष ।
॥१५२॥ ततैया के विष की शांति के वास्ते फणिजंक (गंध तुलसी) के रस से काटे हुए स्थान पर इंक निकालकर इस प्रकार घिसघिस कर लेप करे कि रक्त निकल आवे। इससे वरटि(ततैया) का विष नष्ट हो जाता है। ततैया के विष की औषधि
सकेशरै विलेपन वक्रोषण महोषी: पत सिंधुद्भवाभ्यां या विनश्योन्मक्षिका विषं
॥१५३॥ नवक्रोषण() औषधियों में केशर मिलाकर लेप करने से अथवा घृत और सेंधा नमक का लेप करने से मक्खी का विष नष्ट हो जाता है।
मक्षिका विषस्य
हैटोगबीन यतयोः स्त्री भेदी तंदली पटो:, निपानं विहितं कीट विषजं नाशयेदभयं
॥१५४॥ हैयंग बीम(मक्खन) सहित स्त्री भेदी (सहजना) तंदुल पयो (चावलों के पानी) के साथ पीने से कीड़े के विष से उत्पन्न हुआ भय नष्ट हो जाता है।
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