SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 192
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 252525252595 fuggies Y50505050505. कलधौत मया वासा कलधौत मयांबुरा । कलधौत मया कल्पा कलधौत विशेषिका अब कुषांड का पक्षी हानिशां यक्ष देवता अरिष्ट जेमि भट्टारक प्रतिमा रत्नधारिणी कुष्मांड यक्षी कुष्मांडी चंडी शत्रु भयंकरा तीर्थयक्षी महायक्षी स्वर्ण यक्षी सुरोत्तमा भद्रा भगवती कांता व्यंतरा वास वासिनी विद्यानुवाद कुशला पर विद्या प्रभंजनी आम छाया तल स्थानासुवर्ण म्राम देवता तीर्थाधिदेवता देवी श्यामा मरकत प्रभाव मांगल्या मंगल वती मंगलाकार धारिणी सती साध्वी महाभाग पुण्या पुण्य प्रवर्तिनी कल्याणभागिनी जैन पंच कल्याण सेविनी कल्याणकारिणी कल्पा कल्याणभिनिवेशिनी मंगेन्द्र चाहना दुर्गा गुह्या गुह्यक देवता संसार दुःख शमन सर्वसत्वानुकंपिनी सर्वशक्ति मति सर्वा सर्वाभरणभूषिता सर्वरोग प्रशमनि सर्वदुःख प्रमाथिनी जिनपादाबुजोत्तमा जिनाराधन तत्परा जिन शासन संतुष्टा जिनालय निवासिनी 959595905969 ॥ ३६ ॥ 113611 ॥ ३८ ॥ ॥३९॥ ॥ ४० ॥ ॥ ४१ ॥ ॥ ४२ ॥ || 83 || ॥ ४४ ॥ 118411 १८६ 5959595959
SR No.090535
Book TitleVidyanushasan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMatisagar
PublisherDigambar Jain Divyadhwani Prakashan
Publication Year
Total Pages1108
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Religion
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy