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________________ पांची कोक ६२५ अनेक कारखाने हैं और बड़े चार हैं। प्रतिवर्ष १५७१ लाख किलोग्राम (१ करोड़ गज) नकली रेशम बनता है । १३ लाख टन जूट प्रतिवर्ष उत्पन्न होता है । ७५ लाख टन जूट का सामान विदेश जाता है, उससे भारत को १५० करोड़ की आमदनी होती है। ६. भारत में रेल इंजिन के दो कारखाने हैं - एक तो चितरंजन नगर में और दूसरा जमशेदपुर में दोनों कारखानों में सन् १८६०-६१ तक एक हजार से भी अधिक इंजिन तैयार हो चुके थे । आधुनिक इंजिन में लगभग ५३५० पुर्जे लगते हैं । उनमें प्रतिशत पूर्जे तो निरंजन नगर के कारखाने में ही बनते हैं और दस प्रतिशत बाहर से मंगवायें जाते है । एक इंजिन पर लगभग चार लाख रुपये लगते हैं । * - सन् ६०-६१ में यहां (भारत में ) चार लाख टेलीफोन बनते थे। एक टेलीफोन में ५३६ पुर्जे लगते हैं । उनमें ता १६ पुर्जे तो अन्य उत्पादकों से प्राप्त किये जाते हैं और तीन पुर्जे विदेशों से मंगवाये जाते है । - व्यापारिक व आर्थिक भूगोल, सन् ६६ के आधार से *
SR No.090530
Book TitleVaktritva Kala ke Bij
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDhanmuni
PublisherZZZ Unknown
Publication Year
Total Pages837
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size8 MB
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