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विषयानुक्रम
पंचम पर्व
1-125 प्रथम सर्ग - भ० शान्तिनाथ के पूर्व के 5 भवों का वर्णन 1-31 द्वितीय सर्ग - छठे-सातवें पूर्व भव का वर्णन
31-57 तृतीय सर्ग - पाठवें-नौवें पूर्व भव का वर्णन
57-70 चतुर्थ सर्ग - दसवें भव में मेघरथ राजा एवं ग्यारहवें भव
का वर्णन पंचम सर्ग - 16वें तीर्थंकर एवं पंचम चक्रवर्ती भ. शान्तिनाथ का चरित
92-125
70-92
षष्ठ पर्व
127-219 प्रथम सर्ग - छठे चक्रवर्ती एवं 17वें भ० कुथुनाथ का चरित
127-135 द्वितीय सर्ग - सातवें चक्रवर्ती एवं 18वें भ० अरनाथ का चरित
125-159 तृतीय सर्ग - छठे-पुरुष पुण्डरीक वासुदेव, आनन्द बलदेव एवं बलि प्रतिवासुदेव का चरित
159-162 चतुर्थ सर्ग - आठवें चक्रवर्ती सुभूम का चरित 162-170 पंचम सर्ग - सातवें-दत्त वासुदेव, नन्दन बलदेव एवं प्रह्लाद प्रतिवासुदेव का चरित
170 -173 षष्ठ सर्ग - 19वें तीर्थंकर मल्लिनाथ का विशद चरित 173-190 सप्तम सर्ग - 20वें तीर्थंकर मुनिसुव्रत स्वामी का चरित एवं हरिवंश की उत्पत्ति
190-205 अष्टम सर्ग - नौवें चक्रवर्ती महापद्म का चरित 205-219