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प्राकृत भारती पुष्प - 79
कलिकाल सर्वज्ञ श्री हेमचन्द्राचार्य रचित
त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित
[ हिन्दी अनुवाद ]
पर्व : ३-४, भाग : ३
[ भगवान् सम्भवनाथ से धर्मनाथ तक १३ तीर्थङ्कर, २ चकवर्ती, ५ वासुदेव, ५ बलदेव, ५ प्रतिवासुदेव-३० महापुरुषों का चरित ]
अनुवादक श्री गणेश ललवानी एवं श्रीमती राजकुमारी बेगानी
प्रकाशक
प्राकृत भारती अकादमी, जयपुर श्री जैन श्वेताम्बर नाकोड़ा पार्श्वनाथ तीर्थ, मेवानगर