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गाथा : ४७० ]
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सत्तमो महाहियारो नक्षत्रोंके नाम, ताराओंकी संख्या एवं प्राकार
ताराओं
क्रमांक
नक्षत्र
| ताराओं ___ की ताराओं के प्राकार संख्या
क्रमांक
नक्षत्र
की
ताराओं के आकार
संख्या
दि
पुष्य
कृतिका बीजना सदृश | १५.| अनुराधा
वीणा सदृश रोहिणी ५ गाड़ीकी उद्धिका | १६. ज्येष्ठा
सींग सदृश मृगशीर्षा हिरण के सिर | १७. मूल
बिच्छू सदृश पार्दा
दीप सदृश |१८. पूर्वाषाड़ा दुष्कृत वापी सहश पुनर्वसु
'लोरण सदृश | १९. उत्तराषाढ़ा सिंहके सिर सदृश छत्र सदृश |२०. अभिजित्
हाथोके सिर सदृश आश्लेषा | ६ वल्मीक (बांबी), २१.| श्रवण
मुरज (मृदङ्ग), मघा . . .. ४ गोमूत्र सदृश | २२. धनिष्ठा
गिरते हुए पक्षी, पूर्वा फाल्गुनी | २ सरयुग , २३.| शतभिषा
सेना सदृश उत्तरा ,
हाय । |२४. पूर्वाभादपद , २ हाधीके पूर्व शरीर , हस्त
उत्पल
उत्तराभाद्रपद हाथीके अपर शरीर
(नीलकमल) चित्रा
दीप सदृश | २६. | रेवती
नौका सदृश स्वाति अधिकरण , २७. अश्विनी
घोड़ेके सिर सदृश विशाखा
हार २८. भरणी ३ | चूल्हेके सदृश
कृत्तिका मादि नक्षत्रोंकी परिवार ताराएं और सकल ताराएँ-- णिय रिणय तारा-संखा, सव्वारणं ठाविदूग रिक्खाणं । पत्तेक्कं गुणिवध्वं, एक्करस - सवेहि एक्फरसे ॥४७०॥
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