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पंचमी महाहियारो
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या संसार राशि १३ – { ( = २ ) + =रि ४२ } सामान्य वनस्पतिकाधिक जीव४रि
गाथा : २८२ ]
राशिका प्रमाण है ।
साधारण वनस्पतिकायिक जीवोंका प्रमाण
तम्मि श्रसंखेज्जलोग- परिमाणमवणिदे सेसं साधारण- वणप्फटिकाइय-जीवपरिमाणं होदि । १३= ।
अर्थ - इसमें ( सामान्य वनस्पतिकायिक जीवराशि में ) से असंख्यात लोकप्रमाणको घटाने पर शेष साधारण वनस्पतिकायिक जीवोंका प्रमाण होता है
।
विशेषार्थ- - सामान्य वनस्पतिकायिक जीवराशि
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१३ – { ( 3 ) + = } - {= रिरि} रि
अर्थात् १३ = प्रमाण है ।
• असंख्यात लोक |
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साधारण बाद वनस्पतिका० और साधारण सूक्ष्म वनस्पतिकायिक जीवोंका प्रमाण
तं तप्पा मोग्ग-प्रसंखेज्जलोगेण खंडिदे तत्थ एग-भागो साहारण - बावर-जोब परिमाणं होदि । १३
अथ - इसे अपने योग्य श्रसंख्यात लोकसे खण्डित ( भाजित ) करने पर उसमेंसे एक भाग साधारण बादर जीवोंका प्रमाण होता है ।
विशेषार्थ-साधारण बादर बन० जीव राशि साधारण वनस्पति० जीव राशि
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प्रसंख्यात लोक
अर्थात् ( १३ | ) प्रमाण है ।
=(135) प्रमाण है ।
सेस - बहुभागा साहारण-सुहुमरासि परिमाणं होदि । १३३ 1
अर्थ - शेष बहुभाग साधारण सूक्ष्म जीव राशिका प्रमाण होता है ।
विशेषार्थ- - साधारण सूक्ष्म वन० जीवराशि = साधा० वन जीवराशि श्रसं० लोक - १
X
असंख्यात लोक
१