________________
तालिका : १० सुषमा-सुषमा आदि तीन कासोंमें आप, आहाराविको पवि-हानिका प्रधान विषय · सुषमामुषमा
___ मुषमा
| मुषमान्दुषमा
जघन्य भोगभूमि २ कोगकोड़ी सागर १पल्य
समय + पूर्वकोटि रोवला प्रभारण
२०..धनुष x०० वर्ष दिन बाद
प्रभाव
भूमि-रचना उत्तम भोगभूमि | मध्यम भोगभूमि काल-प्रमाण ४ कोडाकोड़ी सागर ३ कोडाकोड़ी सागर पायु-उस्कृष्ट ।
पाय
२पल्य जथल्य २पत्य
१पल्य माहार प्रमाण बेर प्रमारा
बहेड़ा प्रमाण अवगाहना उत्कृष्ट ६...मनुष ४००० धनुष जधम्य, ४००० पनुष
२००० धनुष | आहार-अन्तराल . दिन बाद
२ दिन बाद कवला है किंतु निहारका प्रभाव
भभाष उत्तानशयन अंगूठा धूस.| ३ दिन पर्यन्त ५ दिन पर्यन्त उपवेशन ( बैठना) ३ दिन पर्यन्त ५ दिन पर्यन्त
अस्थिर गमन ३ दिन पर्यन्त ५ दिन पर्यन्त ११ | स्थिर गमन ३ दिन पर्यन्त ५ दिन पर्यन्त
कला गुण प्राप्ति ३ दिन पर्यन्त ५ दिन पर्यन्त १३ / तारुण्य प्राप्ति ३ दिन गर्यम्स ५ दिन पर्यन्त १४ | सम्यस्व-योग्यता | ३ दिन पर्यन्त ५ दिन पर्यन्त १५ हरीर पृष्ठभाषकी हड्डियाँ २५६
१२८ १६ | संयम
प्रभाव १५ गुणस्थान प्राप्तिमें मिथ्यात्व-सांसादन | मिप्यास्व-सासादन
पर्याप्तमें पहले से चार तक | पहले से चार तक १८ | शरीर की कान्ति सूर्य प्रभा सहया पूर्ण चन्द्रप्रभा सरश!
मरणके बाद शरीर मेषवन विलीन भेषवन विग्रीन भरण बाद गतिमिच्यादृष्टि भवनत्रिक में |
भवनत्रिक सम्यग्दृष्टि
दुसरे स्वर्ग पर्यन्त | दूसरे स्वर्ग पर्यन्त
७ दिन पर्यन्त ७ दिन पर्यन्त ७ दिन पर्यन्त ७ दिन पर्यम्स ७ दिन पर्यन्स ७ दिन पर्यन्त्र ७ दिन पर्यन्त
अभाव
अभाव
मिथ्यारद-सासादन पहलेसे पारसक प्रियंगु फल सरपा मेषवर विसोन भवनत्रिक दूसरे स्वर्ग पर्यन्त