________________ ર૧૪ 9 कुंदकुंद प्राभूत 10 पयनन्दी पंचविंशति 11 आरमानुशासन 12 गणितसार 13 लोकविभाग 14 पुण्यास्रव कथाकोष Jainisrn in Rajasthan 16 विश्वतत्वप्रकाश 17 तीवंदन संग्रह 18 प्रमाप्रमेय se Erhical Doctiros in Jainism Po Jain View of Life 21 चन्द्रप्रभू चरित 22 पबला षटखंडागम भाग 1 23 वर्षमान चरित्र सुभाषितसंवोहः 6-00 24 धर्मरलाकर 20-0. 25 संधू ग्रंथावली 20-00 7-00 26 Ahinsa 12.00 27 श्रावकाचार संग्रह भाग 1 20-00 10-00 28 , , 2 20-00 10-00 २९पवला भाग 2 20-00 11-00 3. ज्ञानार्णव 20-00 12-00 31 सुभाषितरस्न संवोह 20-0. कन्नड़ विभाग 5-0. रत्नकरंड श्रावकाचार 15-00 12-00 २जैन धर्म 6-00 4 भारतीय संस्कृनिगे जैन धर्मद कोडगे 12-00 16-00 घवला पटसंहागम (शास्त्राकार) भाग 8 से 12 प्रत्येकी 12-00 15-0. पवला (ग्रंथाकार) भाग 10 ते 16 प्रत्येकी 12.00 •आगामी प्रकाशन : * राधू ग्रंथावली भाग 2 . सम्मइजिण चरिउ .धर्म परीक्षा प्रावकचार संग्रह भाग 3 * महापुराण भाग 2 . शीघ्र प्रकाशित हो रहे हैं।