________________
-
|
-
सालान्य मनु लाप अनिष्ठ १ काकरण विनाय अनि ।।
भाग रचना सामान्य मान नुन्य भनि । दितिकाण तुमय भाग
_
|
-__
-
१२३ ४६! मत्या. साचिनु.भाए। दिका १ आदि 'शुक्र
-__
लाभ.
I
|
.
MAGAR
-
.
-
माया मल्या सार लोम, दिक छ। आदि शुक!
_
|
सामान्यप-1 कुष्य अनि वृत्ति करण चतुर्थ भाय रचना सामान्य मन नुपनि इतिकरण पंचम भामा
अनि रचना सायाश्यप मुष्ण सूक्ष्म सांपश्यससवा रचना
- |
-
wers
सभा
|
-
|-
__
m14.
.
रामान्य म- नुष्य उपशांत कपाय रचना
३१.
हा
__
मामान्यमनुष्य झोण कास्य रचना
क्षी
आस आहा
_
___
784
-
--