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________________ ८७४ ] विशेष – सामान्य पूजा पाठ संग्रह है। ८५२०. पूजा पाठ संग्रह विषय-पूजा कान X श्रादिनाथ वृदी | विशेष – २५ पूजा का संग्रह हैं। ८५२९. पूजा पाठ संग्रह -X | र० काल x ० काल सं० १९१८ जेठ सुदी ६ आदिनाथ वृदी। विशेष-- शिवजीलाल जी ने लिखवाया था । पत्रसं० ५१ प्रा० १२७३ इव भाषा संस्कृत-हिन्दी । ले०काल x पूर्ण बेटन मं० ५३ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर विशेष-पूजा एवं स्तोत्र श्रादि पाठों का संग्रह है। ८५२३. पूजा पाठ संग्रह - x 1 पत्रसं० ३५ विषय-पूजा स्तोष २० का काल X पूर्ण मन्दिर अभिनन्दन स्वामी बूंदी। १. गंच युगल २. साधु बन्दना ३. परम प्रयो ४. विपापहार ८५२२. पूजा पाठ संग्रह 1 पत्रसं० १२० आ० १२४६ भावा संस्कृत विषयपूजा स्तोध | र०काल X | ले० काल ४ । पूर्ण न सं० ६६३ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर आदिनाथ बूंदी | ५. भक्तामर स्तोत्र ६. ऋषि मंडल स्तोभ ७. रामचन्द्र स्तोत्र चौसठ योगिनी स्तोत्र पत्रसं० पूर्ण ८५२५. पूजा पाठ संग्रह पत्र सं० ११६ विषय राग्रह ० काल सं० १६०० बेगास गुदी ६ पूर्ण मन्दिर परवान मात्रपुर्ण (टोंक) | I ८. ९. क्षेत्रपाल पूजा १०. क्षेत्रपाल स्टोन is i [ प्रन्थ-सूची पंचम भाग ६९ । श्र० १०४५ इव । भाषा पूजा स्तोत्र | न सं० २० प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर ८५२४. पूजा पाठ संग्रह सं० १-हिन्दी-संस्कृत विषय पूजाले कान पू० १०२ १०२ प्राप्ति स्थान दि० जैन छोटा मन्दिर बवाना । विशेष निम्न पूजा पाठों का एक एक का अलग अलग ग्रह है गुटका कार में पुस्तकें हैंचन्द्र पूजा क्षेत्र पूजा, गुरु पूआ, भामर स्तोत्र, चतुर्विशति पूजा (रामचन्द्र) नित्य नियम पूजा एवं भक्तामर स्तोव । प रूपचन्द्र । बनारसीदास | 77 अचलकीर्ति मानतु X X शांतिदास | x । ० x ६ वेष्टन मं० ३ ० १०३४) इव । भाषा-संस्कृत | वेष्टन सं० ३४८ प्राप्ति स्थान दि० जैन -- 3: - संस्कृत " --- छ। भाषा हिन्दी पद्य प्राप्ति स्थान दि० बैन सं०] १६ । कृत २० पत्र १-१६ तक २२
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
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