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________________ [ ग्रन्थ सूथो-पंथम भाग विशाल कीर्ति विमल गुरण जाता, जिन शासन पंकज प्रगट्यो मान । रात पद कमल दल मित्र, धर्मचन्द्र धूत्र धर्म पवित्र ॥ ११२ ॥ तेनो पंडित गग दास, कथा करी भविष्य उल्हास | शाके सोलासत परसार, सुदि आषाढ बीज रविवार ॥ ११३ ॥ अल्प बुद्धि भी रचना करी, क्षमा करो सज्जन चित परो । भरणे सुरणे मावे नरनारि, तेह घर होमे मंगलाचार ।। १४ ।। ति धर्मचन्द्रनुचर पंडित गंग दास विरचिते श्री रविवार या संपूर्ण । ४२५५. प्रादित्यव्रत कथा - भाऊकवि पत्र सं० १० भाषाहिन्दी विषय कथा र० काल X से० काल X पूर्ण वेष्टन सं० ६१४ प्राप्ति स्थान — भट्टारकीय दि० जैन मन्दिर पजमेर। प्रा० १०x४ इन्च ४२८ ] विशेष—इस का नाम रविव्रत कथा भी है । ४२५६. प्रति सं० २ । पत्र [सं० ६ पूर्ण वेष्टन मं० २०६ प्राप्ति स्थान I ० ९३ X ४] इ के काल सं० १७०० माह बुदी दि० जैन मन्दिर अभिनन्दन स्वामी, बुदी विशेष – रामगढ़ में ताराचंद ने प्रतिलिपि की थी। ४२५७. प्रति सं० ३ । पनसं० ६ श्र० १०३x४ इश्व । ले-काल ४ । पूर्ण । देष्टन सं० २०८ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर अभिनन्दन स्वामी, बूंदी। ४२५८. प्रति सं० ४ पत्र [सं०] ११ मा० ९x४ इ ८ । पूर्ण । वेष्टन सं० २६२ प्राप्ति स्थान - दि० जैन मंदिर पार्श्वनाथ चौगान बूंदी | विशेष – पं० सदासुख ने नेमिनाथश्यालय में लिखा था। ० का ० १२०८ वैशाख सुदी ४२५४. प्रतिसं० ५ पत्रसं०] १५ ग्रा०] १९४ । ले० काल x पूर्ण वेष्टन सं० १२६ प्राप्ति स्थान दि० जैन मन्दिर पार्श्वनाथ चौगान बूंदी | ४२६०. प्रतिसं० ६ पत्रसं०] १३ । आ० १२३ x ५ इस काल पूर्ण देन सं० ६७ । प्राप्ति स्थान- दि० जैन अग्रवाल मन्दिर उदयपुर । ४२६१. प्रतिसं० ७ । गण सं० १८ ० सं० १८५० प्राबाद सुदी १४ पूर्ण नेष्टन । । [सं० ४४३ प्राप्ति स्थान दि० जैन पंचायती मन्दिर भरतपुर । I विशेष मिश्र को बीनती तथा लघु सूत्र पाठ भी है। भरतपुर में लिखा गया था। ४२६२. प्रादित्यवार कथा - ब्र. नेमिवत्त पनसं० १७ हिन्दी (गुजराती का प्रभाव विषय कथा २० काल X ते० काल | - । स्थान- भट्टारकीय दि० जैन मन्दिर भजमेर | विशेष प्रादि प्रम्त मा निम्न प्रकार हैआविभाग पूर्ण श्री शांति जिनवर २ मते सार । 'तीर्थंकर जे सोल. वांछित फन बहुदान दातार । ० १०५ इन्च भाषा । बेटन सं० ५२१ प्राप्ति
SR No.090396
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 5
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size30 MB
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