________________
१२५४ ]
[ ग्रंथानुक्रमणिका
wror
हि.
प्रय नाम लेखक भाषा पत्र संख्या । नथ नाम लेखक भाषा पत्र संख्या पंचमेह पूजा
दि. १०४८, | पंच स्तोत्र भाषा
५०६५ पंच हनुमानबीर चित्र पंचमेरु पूजा-डालूराम हि० ११२३ | पंचम कर्म नथ
११८७ पंचमेरु पूजा-द्यानतराय हि. १०११, पचम गति वेलि
१०४१ ११२३ | पंचमगति वैलि-हर्षकीति हि०८७७, पंचमेरु पूजा-भूधरदास हि. ९७६,८८१
१०१३, १०१८, ११०६, पंचमेरु पूजा-सुखानन्द हि० १०७७
१११२, ११५२ पंचमे पूजा
६० पंचमतपवृद्धि स्तवन-समयसुन्दर हि० १०५५ पंचमेरु पूजा विधान
पंचमी कथा--सुरेन्द्र भूषण पंचमेह पूजा विधान-टेकचन्द
| पंचमी कथा टिषण-प्रमाचन्द्र प्रपन्सं० ४५५ पंचमेरु मंडल विधान
पंचमी व्रत कथा सुरेन्द्र भूषण हि ४५३ पंच मंगल
पचमी प्रत पूजा-कल्याण सागर सं० ८५६,८५७ पंचमंगल-माशापर
पंचमी विधान
सं०८५६ १०१२ पंचमी श्रतोद्यापन--हर्षकल्याण सं० ८५७ पंचमंगल-रूपचन्द
हि० ७३६. पंचमी व्रतोद्यापन पूजा-नरेन्द्रसेन स० ८५८ ५७४, १००५, १०४२, १०४८, | पंचमी प्रतोद्यापन पूजा - कृर्षकीति सं. ८५८ १०६३, १०७९, १०७७, १०७८, J पंचमी व्रतोद्यापन विधि
८५८ ११०६, १११४, ११३०, ११६७, पंचमीपातक पद
११८८ पंचमंगल पाठ-रूपचन्द हि०७४ पंचमी स्तोत्र - उदय पंचमंगस पूजा
हि. ८५३ पंचाख्यान पंचलब्धि
सं० ११८८ पंवारूपान-विमुदत्त पंचवटी सटीक
सं०
पंवास्यान कथा पंचसहेली गीत-छोहल
पंचाख्यान भाषा पंचामृत नाम रस
५७६ पंचसंग्रह-नेमिचन्द्राचार्य प्रा.
पाभूताभिषेक पंचसंग्रह वृत्ति--सुमतिकीति प्रा.सं. ७१ पंचायप्याई-नंददास
हि० ११०० पंच सधि ( प्रक्रिया कौमुदी) हि. १५६ | पंचाबीनी व्याह-गुणासागर भूरि हि० ४५६६ पंच स्वधि
सं० ५१५,५१६ | पंचाशप्त प्रश्न-महाचन्द्र सं० ५५१ पंचसंसार स्वरूप निरुपण सं०७१ | पंचास्जिवाय
हिं० ११४२ पचस्तोत्र
सं० ७३७,६५३, पंचास्ति काय--प्रा० कुन्दकुन्द प्रा० ७१,७२ ६५७, ६६७, ६७७, ६६६, १०००, पंचास्तिकाय टव्वा टीका १००५, १७०६, १०४२, १०४७, | पंवास्तिकार टीका-अमृतचन्द्राचार्य प्रा०सं० ७२,
१०६४,१०६८ पंच स्तोत्र एवं पाठ
स० १०७३ | पंचास्तिकाय बालावबोध संहि० ७३
9
0
0