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गुटका संग्रह ]
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पटिकम्मए, सामयिक, भक्ति पाठ, पञ्च स्तोत्र, वन्देतान जपमाल, यशोधर रात-जिरणदास, प्राकाश पंचमी कया-ब्रह्म जिनदास, अठाईस मूल गुण रास-जिणदास, पाणी गालण राम-अ० जिनदास ।
प्रति प्राचीन है।
१०१२१. गुटका सं० ८। पत्र सं० २७ । मा० ५३४१३ इन्च । भाषा हिन्दी । ले० काल अपूर्ण । वेष्टन सं० २२८ ।
विशेष-नित्य पूजा पाठ संग्रह है।
१०१२२. गुटकार सं०६ पत्रसं० १४६ / ०१०४६ इञ्च । भाषा-संस्कृत । लेकाल X । अपूर्ण । वेपन सं० २२६ ।
विशेष—विशेषतः पूजा पाठों का संग्रह है। पद- जिन बादल चष्टि प्रायो,
भया अपराध क्या किया-विजय कीति
समभिनर जीवन थोरो-रूपचन्द । जगतराम आदि के पद भी हैं। पूजा संग्रह, सात सत्व, ११ प्रतिमा विचार-त्रिलोक चन्द्र-हिन्दी (पच)
पापपुराण-भूधरदास ।
१०१२३. गुटका सं० १० । पत्र सं० ३४६ । प्रा० ७४५ इञ्च । भाषा-हिन्दी । ले० काल सं० १६९८ । अपूर्ण । वेष्टन सं० २३० ।
विशेष---मुख्यतः निम्न पाठों का संग्रह है
पडिकोपा, श्रु त स्कन्ध--ब्रह्म हेम, भक्ति पाठ संग्रह, पट्टाबलि, (मूल संध) पंडित जयमाल, जसोधर जयमाल, सुदसरण की जयमाल, फुटकर जयमाल ।
१०१२४. गुटका सं० ११ । पन सं० १४३ । प्रा० ५३ ४ ५ इञ्च । भाषा-हिन्दी । लेकाल X । पूर्ण । वेष्टन सं० ७७७ 1
विशेष--मुख्यतः निम्न कवियों के पदों का संग्रह है
किशन गुलाब, हरखचन्द, जगतराम, राज, नवल जोधा, प्रभाती लालचन्द विनोदी लाल, रूपचन्द, सुरेन्द्रकीर्ति, नित्य पूजन, मंगल, जगतराम। नित्य पूजन भी है।
सम्मेदशिखर पच्चीसी-मकरण--र०काल सं० १९३६ रविवार कथा-भाऊ कवि भक्तामर भाषा-हेमराज सभी पद अनेक राग रागिनियों में हैं।
१०१२५. गुटका सं० १२ । पत्र संEE मा० ६४४३ इन्च । भाषा-हिन्दी । ले० काल X । अपूर्ण । वेष्टन सं० ७७८ ।
विशेष-नित्य पाठ एवं स्तोत्रों के अतिरिक्त कुछ मुख्य पाठ निम्न प्रकार हैस्तवन-ज्ञानभूपण
पद-भानुक्रीति