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[ मन्थानुक्रमणिका ले प पृट सं.] अन्यनाम लेखक भाषा व सं० कात्तिकेयानुप्रेक्षाटीका शुभचन्द्र (सं.) १०४ ] कृष्णगिलि पृथ्वीराज राठौर (राज डिंगल) ७७० कात्तिकेयानुप्रेक्षाटीका - (०) १०४
कृष्णरुक्मणिबेलिटीका --
७७० कातिकथानुप्रेक्षाभाषा जयचन्न छाबड़ा (हि गद्य) १०४
कृष्णरुकमणिवेलि हिन्दोटोका सहित – (हि.) ६५६ कालचकवर्णन
कृष्णरुक्मरिणमङ्गल पदम भगत (हि.) २२१ कालीनागदमनकथा -- (हि.) ७३८
कृष्णावतारचित्र कालीसहस्रनाम (सं०) ६०० वेवलज्ञान का ब्यौरा
(हि.) ५३ काले बिछुके रक्त उतारने का मंत्र - (सं. हि.) ५७१ केवल जानीराजभाय विनयचन्द्र (हि.) ३८५ काव्यप्रकाशटोका (सं.) १६१ / कोकमारी
(हि०) ६५७ कासिम रसिकविलास
कोकशास्त्र
(सं०) ३५३ किरातार्जुनीय महाकवि भारधि (सं०) १६१ कोकमार
श्रानन्द (हि.) ३५३ . कुगुरुलक्षण (हि०) १५ कोकसार
--- (हि.) ३५३, ६६६ कुण्डलगिरिपूजा भः विश्वभूपाए। (सं०) ४६७ कोकिलामञ्चमीकथा
हि०) २२८ कुण्डलिया अगरदास
कौतुकरत्नमंजूषा
(हि, ७८६ कुदेवस्वरूपवर्णन (हि. ७२० कौतुकलोन्लायती
(स.) २८० कुमारसम्भव कालिदास
| कौमुदीकथा श्रा० धमकीर्ति (म०) २२२ कुमारसम्भबटीका कनकसागर (सं.) १६२ | कखिकावतोद्यापनपूजा ललितकीन्ति (सं.) ४६८ कुवलयानन्द अप्पय दीक्षित (सं.) ३०८ कश्किावतोद्यापन
(सं.) ४६४ कुवलयानन्द कुवलयानन्दकारिका
(सं०) ३० | कांजीवारस ( मण्डल चित्र) - कुशलस्तवन जिनरजसूरि (हि.) ७७६ कांजीव्रतोद्यापनमण्डलपूजा
(सं०) ५१३ कुशलस्तवन समयसुन्दर (हि.) ७७६ क्रियाकलाप
(सं०) ५७६ कुशलाणुबंधि प्रज्मुपणं -
क्रियाकलापटीका अमाचन्द (सं०) ५३, ४३४१ कुशीलखण्डन जयलाल (ह.) ५२ क्रियाकलापटीवा
(सं०) ५३ कृदन्तपाठ (२०) २५६ क्रियाकलापवृत्ति
(प्रा०) ५३ कृपणचन्द उपकुरसी
कियाकोशभाषा 'किशनसिंह (हि०) ५३, ६१. कृपाछन्द
चन्द्रकीति (हि.) ३६६ क्रियाकोशभाषा कृपणपश्चीसी विनोदीलाल (हि.) ७३३ क्रियावादियों के ३६ भेद
(हि.) १७१ कृष्णप्रेमाष्टक
(हि.) ७३८ |
क्रोधमानमायालोभ की सज्झाय (हि.) ४ कृष्णवालविलास श्री किशनलाल (हि.) ४३७ क्षत्रचूडामणि वादीसिंह (२०) १५२ वृषपरास
(हि.) ७३८ क्षपणासारटीका