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________________ ७७६ [ गुटका - संपद ६०६८ गुटका सं० ३३ । पत्र ०३२४ | मा० ५X४ ३० । भाषा - हिन्दी ले० काल सं० १७५६ f वैशाख सुदी ३ । अपू । चै० सं० १५४५ । विषशेष सामान्य पाठों का संग्रह है। ६०७६. गुटका सं० ३५ | पत्र सं० १३८ । ग्रा० εX६ इ० । भाषा - हिन्दी । ले० काल x | पूर्ण । वे० सं० १५४६ । विशेष - मुख्यतः नाटक समयसार की प्रति है । ६०५०. गुटका सं० ३६ । पत्र सं० २४१ श्रा० ५x५ इ० | भाषा - हिन्दी | विषय-पद संग्रह | ले० काल X1 पूर्ण 1 ० सं० १५४७ १ ६०८१. गुटका सं० ३७ पत्र सं० १७० । ० ६४४ इ० । भाषा - हिन्दी संस्कृत । ले० काल X पूर्ण वे० सं० १५४ विशेष- नित्यपूजा पाठ संग्रह है । ६०५२. गुटका सं० ३८ पत्र सं० १४ | श्रा० ५X४ इ० भाषा - हिन्दी संस्कृत । ले० काल १८४२ पूर्ण । ० सं० १५४८ विशेष - मुख्यतः निम्न पाठों का संग्रह है । १. पदसंग्रह २. स्तुति ३. पार्श्वनाथ की गुणमाला ४. पद- ( दर्शन दीज्योजी नेमकुमार ५. आरती " मनराम एवं भूधरदास हरीसिंह लोहट मेलीराम शुभचन्द "3 विशेष प्रतिम-भारती करता आरति भाजे, शुभचन्द ज्ञान मगन में साजै ॥ मेला ६. पद - ( मैं तो भारी श्राम महिमा जानी ) ७. शारदाष्टक 5. पद- मोह नींद में कि रहे हो लाल 2. ठि लेरो मुख देख्न नाभि के नंदा १०. तुविशतिस्तुति ११. विनती हिन्दी विनोदीलाल भजेराज 33 37 बनारसीदास विशेष – जयपुर में कानीदास के मकान में लालाराम ने प्रतिलिपि की थी। हरीसिंह हिन्दी टोडर 29 77 " 12 39 23 ले० काल १०१०
SR No.090395
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1007
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size19 MB
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