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________________ ७६२ ] २. मूढता ज्ञनांकुश इत्यादि ३. त्रेपनक्रिया ४. समयसार ५. आदित्यवारकथा ६. सरास ७ धर्मतरुगीत 5. चहुगली प २. नंसारमटवी १०. चेतनगीस पूर्ण · वे० [सं०] ६ । १. नेमीश्वर का बारहमासा २ आदीश्वर के दशभव ३. क्षोरहीर :X: + X श्र० कुन्दकुन्द भाऊ ज्ञानभूषण जिनदास X X जिनदास ले. काल X 1 पूर्ण 1 १. चिन्तामणि पार्श्वनाथ जयमाल २. ऋषि मंडलपूजा सोम सुनि गुणनंदि 99 हिन्दी विशेष – नित्य पूजा पाठ संग्रह भी है। " प्राकृत हिन्दी 29 सं० १६२६ में प्रभावती में प्रतिलिपि हुई थी 1 ६०३२. गुटका सं० ५ | पत्र सं० ७५ । श्रा० ६८५ ३० । भाषा-संस्कृत 1 ले० काल से० १६८२ । " 13 विशेष—स्तोत्रों का संग्रह है ।. सं० १६८२ में नागौर में बाई ने दिक्षा ली उसका प्रतिज्ञा पत्र भी है। .६०३३. गुटका सं० ६ । पत्र सं० २२ प्रा० ६९५ इ० | भाषा - हिन्दी | विषय-संग्रह | ले० काल X ก "" ז खेतसिंह गुराचंद X ६०३४. गुटका सं० ७ । पत्र सं० १७७ । प्रा० ६५ ६० भाषा - हिन्दी । ले० काल X। पूर्ण 1 विशेष-- नित्यनैमित्तिक पाठ, सुभाषित ( भूधरदास ) तथा नाटक समयसार ( बनारसीदास ) हैं । 39 [ गुटका संग्रह ६०३५ गुटका सं० ८ । पत्र सं० १४६ । ग्रा० ६x४३ इ० । भाषा संस्कृत, अपभ्रंश । प्रपत्र श संस्कृत
SR No.090395
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1007
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size19 MB
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