________________
[ ६२१
विश्वभूषरण
हिन्दो
गुटका-समह 1
राजमती बीनवै नेमगी प्रजी तुम क्यों चढ़ा गिरनार (विनती) १६. नेमोश्वररास
अह्म रायमल्ल
"
र० काल सं. १६१५ लिरिकार दयाराम सोनी
२०. चन्द्रगुप्त के सोलह स्वप्नों का फल
२१. निर्वाणकाण्ड २२. चोवीस तीर्थङ्कर परिचय २३. पांच परवीनत की कथा
वेरपीदास
लेखन संवत् १७७५
बनारसीदास
२४. पद २५. मुनिश्वरों की जयमाल २६. आरती २७. नेमिश्वर का गीत
धानतराय
नेमिचन्द
कमफकीति
२८. विनति-विंदह श्री जिनराय मनदम
काब करोजी)
हर्षकीर्ति
२६. जिन भक्ति पद ३०. प्राणी रो गीत (प्राणीड़ा रेतू कोई
सोवै रेन चित्त)
देवेन्द्रकीति
३१. जकड़ी (रिषभ जिनेश्वर बंदस्यौ। ३२. जीव संबोधन गीत (होजीव ___ नव मास रह्यो गर्भ वासा) ३३, लुहरि ( नेमि नगीना नाथ यां परि
वारी म्हारालाल) ३४. मोरहो ( म्हारो रे मन मोरड़ा तूतो
उद्धि गिरनारि जाइ) ३५. घटोइ (तू तोजिन भजि विलम न लाय
बटोई मारग भूलौ रे) ३६. पंचम गति की बेलि
हर्षकीति
२०सं० १६५३