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________________ 4 北 गुटका संग्रह 1 ७. क्षेत्रपालस्तोत्र ८. पूजा व जयमाल दशा- सामान्य | पाठों का संग्रह है । ५३४. गुडका सं० ४ सं० २५ | श्र० ३X२ इच | भाषा-संस्कृत हिन्दी ) ले काल x 1पूर्ण । X X शनिवार । पूर्ण । विशेष --- इस गुटके में ज्वालामालिनीस्तोत्र, प्रष्टादशसहस्त्रशील भेद, पट्लेश्यावर्शन, जैम संख्या मन्त्र माि १. नाटकसमयसार २. पद- होजी म्हारो कंथ चतुर दिलजानी हो ५३८५. गुटका सं० ५ | पत्र सं० २३ । ० ८६ इंच | भाषा-संस्कृत । पूर्ण । दशा - सामान्य । विशेष भर्तृहरिशतक ( नीतिशतक ) हिन्दी अर्थ सहित है। ५६. गुटका ० ६ पक्ष सं० २० । ० X ६ भाषा - हिन्दी । पूर्ण विशेष-पूजा एवं शांतिपाठ का संग्रह है । 32 ५३७ गुटका सं० ७ 1 पत्र सं० ११६ | ग्रा० EX७ इंच । ले० काल १८५८ असोज बुदी ४. ३. सिन्दूर प्रकरण बनारसीदास विश्वभूषण बनारसीदास " दौलतराम जोहरीलाल भूधरदास Ev ६८-११६ ५३८८ गुटका सं०८ पत्र सं० २१२ श्र० ex६ इ । ले० काल सं० १७६८ | दशा - सामान्य । विशेष – ० धनराज ने लिखवाया था। [ ५६१ हिन्दी ५३८६. गुटका सं० ६ | पत्र सं ० ३५ | मा० EX६ इश्च । भाषा - हिन्दी | विशेष – जिनदास, नवल यादि के पदों का संग्रह है । हिन्दी 39 ५५-५९ ५६-७५ " 11 " ५३६०. गुटका सं० १० । पत्र सं० १५३ | श्र० १X५ इच्च । ले० काल सं० १९५४ श्रावण सुदी १३ | पूर्ण । दशा - सामान्य | १. पद जिनवाणीमाता दर्शन की बलिहारी x २. बारह भावना ३. प्रालोचनापाठ ४. दशलक्षणपूजा १-१७ ₹
SR No.090395
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 4
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages1007
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size19 MB
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