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सूची की क्र. सं. प्रथ नाम
मथ कार नाम ले. काल
भाषा कथाकोश
रिपेणाचार्य १५६७ संस्कृत ३७ जिनशतकटीका
नरसिंह भट्ट १५६४ २२५ तत्त्वार्थरन्नप्रभाकर
प्रभाचन्द १६३३ , क्षत्रचूडामणि
वादीभसिंह १६०५ धन्यकुमारचरित्र
श्रा० गुणभद्र १६०३ २११५ नागकुमार चरित्र
धर्मधर - १६१६ इस भंडार में कपड़े पर संवत् १५१६ का लिखा हुश्रा प्रतिष्ठा पाठ है । जयपुर के भंडारों में उपलब्ध' कपड़े पर लिखे हुये ग्रंथों में यह ग्रंथ सबसे प्राचीन है। यहां यशोधर चरित की एक सुन्दर एवं कला पूर्ण सचित्र प्रति है । इसके दो चित्र मंथ सूची में देखे जा सकते हैं । चित्र कला पर मुगल कालीन प्रभाव है। यह प्रति करीब २०० वर्ष पुरानी है।
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१२ आमेर शास्त्र भंडार जयपुर ( ट भंडार ) आमेर शास्त्र भंडार राजस्थान के प्राचीन प्रय भंडारों में से है। इस भंडार की एक प्रथ सूची सन् १६४८ में क्षेत्र के शोध संस्थान की ओर से प्रकाशित की जा चुकी है । उस प्रथ सूची में १५०० प्रथों का विवरण दिया गया था । गत १३ वर्षों में भंडार में जिन ग्रंथों का और संग्रह हुआ है उनकी सूची इस भाग में दी गई है । इन प्रथों में मुख्यतः जयपुर के छाबड़ों के मन्दिर के तथा बाबू ज्ञानचंदजी खिन्दूका द्वारा भेट किये हुये ग'थ हैं । इसके अतिरिक्त भंडार के कुछ प्रथ जो पहिले वाली पंथ सूची में आने से रह गये थे उनका विवरण इस भाग में दे दिया गया है।
इन प्रथों में पुष्पदंत कृत उत्तरपुराण भी है जो संवन १३६६ का लिखा हुआ है । यह प्रति इस सूची में आये हुये प्रथों में सबसे प्राचीन प्रति है। इसके अतिरिक्त १६ वी १७ वों एवं १८ वी शताब्दी में लिखे हुये प्रथों का अच्छा संग्रह है। भंडार के इन ग्रंथों में भट्टारक सुरेन्द्रकीर्ति विरचित छांदसीय क्रवित (हिन्दी), अ० जिनदास कृत चौरासी न्यातिमाला (हिन्दी), लाभवर्द्धन कृत पान्डवचरित (संस्कृत), लाखो ऋविकृत पार्श्वनाथ चौपाई (हिन्दी) आदि ग्रंथों के नाम उल्लेखनीय हैं। गुटकों में मनोहर मिश्र कृत मनोहरमंजरी, उदयभानु कृत भोजरासो, अमदास के कविन, तिपरदास कृत रुक्मिणी कृष्णजी का रासो, जनमोहन कृत स्नेहलीला, श्याममिश्र कृत रागमाला, विनयकीर्ति कृत अष्टाहिका रासो तथा बंसीदास कृत रोहिणीविधिकथा उल्लेखनीय रचनायें हैं । इस प्रकार आमेर शास्त्र भंभार में प्राचीन ग्रंथों का अच्छा संकलन है।