________________
६४ ]
[ पुराण साहित्य
४६२. उत्तपुराण - गुणभद्राचार्य | पत्र संख्या - ६२४ | साइज - १२४७६ | भाषाऋषय-पुराण 1 रचनाकाल -X | - लेखन काल x | पूर्ण वेष्टन नं० २५८ ।
विशेष – २ प्रतियां और हैं।
४६३. उत्तरपुराण- खुशालचन्द | पत्र संख्या - ५४४ | साइज - १२३ भाषा - हिन्दी । विषय-पुराण | रचना कारण-लं १७६४ । लेखन काल - ० १८१३ । पूर्ण । वेष्ठन नं० १६.४२ ।
विशेष – दूसरी २ प्रतियां और हैं और वे दोनों ही पूर्ण हैं ।
४६४
मनपुराण - ब्रह्मनेमिदत्त | पत्र संख्या - २७४ | साइज - ११४६ भाषा-संस्कृत | विषय- पुराण | रचना काल -x | लेखन काल-सं० १६४४ मादवा सुदी ५ | पूर्ण | वेष्टन नं० १२८ | विशेष – लेखक प्रशस्ति अपूर्ण है । ३ प्रतियां और हैं। अभ्य का दूसरा नाम हरिवंश पुराया भी है।
। माषा - हिन्दी |
४६५. पद्मपुराण भाषा - खुशालचन्द । पत्र संख्या - ३४४ । साइज - १०६५ विषय-पुराण | रचना काल सं० २०८३ । लेखन काल - सं० ११५२ । पूर्ण । वेष्टन नं० ६६३ । विशेष—एक प्रति और है लेकिन वह अभ्य है ।
४६६.
पुराण भाषा - पं० दौलतराम | पत्र संख्या २ से ४१७ | साइज - १५९६३ श्ख । माषाहिन्दी । रचना काल-सं० १=२३ । लेखन काल - ४ । अपूर्ण वेष्टन नं० ६४०
!
विशेष -- २ प्रतियां और हैं लेकिन के भी श्रपूर्ण है।
४.६७. पायवपुराण -- खुलाकीदास पत्र संख्या - २०२ | साइज - १६ | भाषा-हिन्दी विषय-पुराण | रचना काल - सं० १७५४ । लेखन काल -x | पूर्या वेष्टन नं० ६ ४४ ।
विशेष—एक प्रति और लेकिन वह पूर्ण है ।
४६८. पाण्डवपुराण - भ० शुभचन्द्र । पत्र संख्या - २६५ | साइज - १९६४५ इव । माषा-संस्कृत | विषय-पुराण । रचना काल—सं० १६०८ | लेखन काल-मं० १७१७ वैशाख सुदी १५ । पूर्ण | कैप्टन नं० ११ । विशेष हंसराज खंडेलवाल की स्त्री लाड़ी ने मन्य की प्रतिलिपि करवाकर पं० गोरधनदास को भेंट की थी। । माषा
४६६. पुराणसार संग्रह - भः सकलकीर्ति । पत्र संख्या २११ । साह - १२x६ १५ | पूर्णं । बेष्टन नं० २५६ ॥
संस्कृत | विषय - पुराया | श्वना काल -X | लेखन काक्ष-सं० १८२३ चैत
४७०
।
भरतराज दिग्विजय वर्णन भाषा - पत्र संख्या ५६ गद्य 1 विषय-पुण । रचना काल -x | लेखन काल - सं० १७३८ श्रासोज सुदी
साइज - १२९५६ इन्च भाषा - हिन्दी पूर्णं । वेष्टन नं ० ६८० |