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पुराण साहित्य]
[ ६३ ४५५. सोजहकारण विशेष पूजा ....... .. "। पत्र संख्या-१२ । साइज-११४५ । माषाप्राकृत । विषय-पूजा । रचना काल-X । लेखन काल-X । पूर्ण । वेष्टन नं ० ३३५ ।
४५६. सौख्यव्रतोद्यापन-अक्षयराम । पत्र संख्या-१४ । साइज-exi इन । माषा-संस्कृत | -२ भिषय-पूजा । रचना काल-X । लेखन काल-सं० १८८६ । पूर्ण । वेस्न नं ० २७४ ।
विशेष-जरपुर में श्योजीलालजी दीवान ने प्रतिलिपि कराई ।
विषय-पुराण साहित्य
४५७, श्रादिपुराण-जिनसेनाचार्य । पत्र संख्या-३४६ | साम-१२४५ ६ । माषा-संस्कृत । विषष-पुराण । रचना काल-x। लेखन काल-सं० १७८६ मंगसिर सुदी १० । पूर्ण । वेष्टन नं. १३३ ।
विशेष-तीन तरह की प्रतियों का मिश्रा है। प्राचार्य पाकीर्ति के शिष्य छान में प्रतिलिपि की थी ।
एक प्रति और है लेकिन वह अपूर्ण है ।
४५८. श्रादिपुराण-म सकलकीर्ति । पत्र संख्या-२०६ । साइज-११५५ ६च 1 भाषा-संस्कृत । विषध-पुराण । रचना काल-X । लेखन काल-सं० १८३० श्रासोज मुदी १ । पूर्ण । पैटन मं० १३२ ।
विशेष-श्री मोतीराम लुहाडिया में प्रतिलिपि कराई भी । १ ते १३१ तक के पत्र किसी प्राचीन प्रप्ति के हैं।
एक प्रति और है।
४५६. प्रति नं०२। पत्र संख्या-२४ । सायन-१९५६ च । लेखम काल-सं० १७१ चैत सुदौ ५ । पूर्व मेटम नं० २१३ ।
विशेष- चंपावती ( चाकम् ) में प्रतिलिपि हुई थी।
४६०, आदिपुराण भाषा-दौलतराम | पत्र संध्या-६०१ । साइझ-१२४७ इंच । भाषा-हिन्दी | गथ । रचना काल-सं० १८२४ । लेखन काल-सं० २८५५ मंगसिर सुदी १४ । पूर्ण । वेपन नं. ६५३ ।
विशेष-४ प्रतियां और हैं लेकिन वे अपूर्ण हैं।
४६१. प्रति नं०२। पत्र संख्या-२०१ से १३१. साज-१०३४७ इश्व | लेखन काल-सं० १.१४ आसोज बुदौ ११ । अपूर्ण । वेष्टन न. ७१३ ।
विशेष-प्रति स्त्रय अन्धकार के हाथ की लिखी हुई प्रतीति होती हैं, मगह जगह संशोधन हो रहा है।