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पूजा एवं प्रतिष्ठादि अन्य विधान ]
पूजा | रचना काल -X | लेखन काल-सं०] १६३२ | पूर्ण | केवल नं० ४६० ।
विशेष- इस पूजा की ५ प्रतियां और हैं।
३३६. कर्मदहनपूजा
पूजा | रचना काल -x | लेखन काल -X | पूर्ण | बेटन नं० ३५० |
| पत्र संख्या - १४ | साइज - १०४५ इंच | भाषा-संस्कृत | विषय -
३४०. कर्मदहनवतपूजा" ......... | पत्र संख्या - ११ साहब - १०३४५ इन्च भाषा संस्कृत | विषय - पूजा । रचना काल -- ४ | लेखन काल-सं० २०९३४ | पूर्णं । वेष्टन नं० ४६२ ।
विशेष - पूजा मन्त्र सहित हैं। एक प्रति और हैं ।
२४९. कर्ममंत्र
संख्या
विषय-पूजा । रचना काल - । लेखन काल - सं० १९३५ | पूर्ण | वेष्टन नं० ४६१ ।
1 ५१
३४२. गणधर वलयपूजा - सकलकीर्ति । पत्र संख्या- ६ । साइज - १०३६ इच ! भाषा-संस्कृत । विषय-पूजा । रचना काल -X | लेखन काल -X | पूर्ण । वेष्टन नं० ३२४
साइज - १०३५ इव । भाषा-संस्कृत |
३४३. गिरनार क्षेत्रपूजा ---...- ..... । पत्र संख्या - ४६ | साइज - १०३८ च । भाषा - हिन्दी | विषय-पूजा । रचना काल -X | लेखन काल सं० १२३ । पूर्ण । वेष्टन नं० ४४६ ।
विशेष – प्रतिलिपि कराने में तीन रुपये साढ़े पांच घाने लगे थे ऐसा लिखा हुआ है ।
३४४. चतुविंशतिजिनपूजा
हिन्दी | विषय - पूजा । रचना काल -X | लेखन काल -X | पूर्ण । वेष्टन नं० ४४० ।
पत्र संख्या - ११३ | साइज - ११५ इन्च भाषा
३४५. चतुर्विंशतिजिनकल्याणकपूजा - जयकीर्ति | पत्र संख्या १३१ साइज - १०४४३ भाषा-संस्कृत | विषय - पूजा । रचना काल -X | लेखन काल - ० १६०४ चैत्र सुदी ७ | पू
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वेष्टन नं० ३४१ ।
३४६. चतुर्विंशतिजिनपूजा - वृन्दावन | पत्र संख्या १६ विषय-पूजा । रचना काल -X | लेखन काल - सं० १६३५ | पूर्ण । वेष्टन नं०
विशेष – सं० १९८४ वर्षे चैत सुदी ७ सोमे बहली नगरे श्री बादिनाथ चैत्यालये श्रीमत् काष्ठा संचे नंदीतटगचे विद्यागणे भट्टारक श्री रामसेनान्वये तदनुक्रमेण भ० भुवनकीर्ति तत्पट्ट म० श्री रत्नभूषण, म० श्री जयकीत्तिं श्राचार्य श्री नरेन्द्रकीर्ति, उपाध्याय श्री नेमकीर्ति, क्र० श्री कृष्णदान, पूरकमला श्री हरिजी ऋ० वद्धमान १० वीरजी, पं० रहीदास लिखितं सहज - ११४८ । माषा - हिन्दी | ४१० |
विशेष- २ प्रतियां और हैं ।
३४०. चतुर्विंशतिजिनपूजा - सेवाराम पत्र संख्या ६३ विषय - पूजा | रचनाकाल - सं० २८५४ | लेखन काल -X | अपूर्ण । वेष्टन नं०
साइज - १०३४५ च । भाषा - हिन्दी |
४१६ ।