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________________ नथ सनी का क्रमांक रचना काल मं० १५६० मxy मंः १७६३ मं० १७६६ ५६ ६.. मं. १६१ ५८९ सं. १४११ ४६७ २४. क्रम संध्या ग्रंथ नाम कर्ता . नंदबत्तीसी हेमविमल सूचि नंदरामपच्चीसी नंदराम परमात्मपुराण दीपचन्द्र पाकशास्त्र अजयराज पाटनी पार्श्वनाथ स्तुनि भात्रकुश्ल पुरंदरचौपई म० मालदेव पुण्यसारकथा पुण्यकीर्ति पंचाख्यान (पंचतंत्र) कवि निरमलदाम पंचास्तिकायभाषा प्रबोधचन्द्रोदय मल्ल कवि प्रतिष्ठासारसंग्रह वसुमंदि ६३. प्रद्य म्नचरित्र सवार ६४. प्रसंगमार रघुनाथ बारहखडी श्रीदत्तलाल बुधरासा भक्तामरस्तोत्रभाषा गंगाराम पांडे भक्तामरस्तोत्रवृत्ति भ० रनचन्द्र मुरि भक्तिभावती ( भक्ति भाव) - भद्रबाहुचरित्रभाषा चंपाराम भद्रबाहुचरित्र किशनसिंह मदनपराजय भाषा स्त्ररूपचंद चिलाला मधुमालतीकथा महाभारत लालदास मानमंजरी नंददास मितभाषिणी टीका शिवादित्य मूलाचारभाषाटीका ऋषभदास मृगीसंवाद मोडा हर्षकीति यशोधरचरित्र परिहानंद रामकृष्णकाव्य पं० सूर्यकवि U मं. १६६. मंः १८८८ सं० १७८३ मं. १६१८ ५७४ सं१५८ KM८ NACK - VE. ५. म. १६७८ -
SR No.090394
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 3
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal, Anupchand
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages413
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size8 MB
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