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[ गुट के एवं संग्रह मन्च ५६०, गुटका नं. ८६-पत्र संख्या-६१ से १७१ | साइज-x३ म। भाषा-संस्कृत। लेखन काल-x। अपूर्ण।
विशेष - नालामालिनीस्तोत्र, चक्र श्वसंस्तोत्र, शनाधस्तोत्र, क्षेत्रपालस्तोत्र. परमानंदतोत्र, लक्ष्मी-- स्तोत्र, चैतन वस्तोत्र, शांति कर स्तोत्र-(प्राकृतो, चिन्तामणि स्तोत्र, पुण्डरीकस्तोत्र, मयस्स्तोत्र, उपसर्गहरस्तोत्र, सामायिक पाठ, जिन सहस्र नाम स्तोत्र आदि स्तोत्रों का संग्रह है।
५६१. गुटका तं०६५-पत्र संख्या-६८ | साइज-kx३ इभ । माषा-संस्कृत । लेखन काल-सं. २५६ | पूर्ण।
विशेष-निन्न संग्रह हैं:न्हवण, सकलीकरणविधान, पुण्याहवाचन और याग मंथल ।
५६२. गटका नं०११-पत्र संख्या-६.१ साइज-५४४ इच: भाषा-संस्थत। लेखन काल-x
विशेष-सामाव्य पाठों का संग्रह हैं।
५६३. गुटका नं०६२--पत्र संख्या-७१ । साइज-५४४ 11 माषा-संस्कृत | लेखन काल-x | अपूर्ण ।
विशेष-अधिकांशतः नन्ददास के हिन्दी पदों का संग्रह है। कुल पद सूरदास के मी हैं। राधाकृष्ण से संबंधिता पद हैं। पदों की संख्या १५० से अधिक है।
५६४. गुटका नं०.६३-पत्र संख्या-१६१ । साइज-५४४ हस। भाषा-हिन्दी लेखन-काल१७६३ वैसास्त्र सुदी २ । पूर्ण ।
विशेष-- नेमीश्वररास, श्रीपालसस ( ब्रह्मरायमल्ल ) है।
५६५. गुटका नं.६४-पत्र संख्या-२३ से १४ | साइज-*६x४ रन । भाषा-हिन्दी । लेखना काल-x 1 अपूर्ण ।
विशेष-हिन्दी पदों क्न संग्रह है। ५६६. गुटका नं. ६५-पत्र संख्या-१४० | साइज-४६x६३ मः | भाषा-संस्कृत । लेखन काल-*1.
प्रपूर्ण।
विशेष-ज्योतिष शास्त्र से संबंध रखने वाले पाठ है।
५६७. गुटका नं०६६-पत्र संरम्पा-२४ । सारज-३४४
। भाषा-हिन्दी । लेखन काश-*
अपर्या।
विशेष-पदों का संग्रह है।