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[ पूजा एवं प्रतिष्ठादि विधि विधान
१७२. चौसठ ऋद्धिपूजा ( गुरावली ) – स्वरुपचंद
पत्र संख्या -७१ साइज - ११४७३ दश ।
भाषा - हिन्दी | विषय-पूजा । रचना काल सं० १६०० श्रावण बुदी ७ । लेखन काल - सं० १३५८ | पूर्ण । वेष्टन न० २ 1
विशेष—इस प्रति को बड़ादरजी ठोलिया ने ठोलियों के मन्दिर में चटाई थी
१७३. जम्बूद्वीप पूजा - जिणदास | पत्र संख्या - २१ | साइज - ११३४५३ इञ्च । मात्रा संस्कृत । विषय - पूजा । रचना काल -X | लिखन काल -X | पूर्ण |ष्टन नं० ३५ |
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१७४. जलहर तेला की पूजा - पत्र संख्या -४ | साइज - ११७३ | मात्रा - संस्कृत विषयपुआ । रचना काल -X | लेखन काल -X | पुणे | वेष्टन २० २२ |
१७५. जिनयक्ष कल्प ( प्रसिष्ठापाठ ) - शशाघर | १५ संख्या - १२० | भाषा संस्कृत । त्रिषय विधि विधान । रचना काल - सं० १२०५ । लेखन काल-सं० १८७६ | पूर्ण । अभ्यास थ संख्या - २१०० श्लोक प्रमाण है ।
साइज - १०x६ ६ ष्टन नं ० ३६६ ।
विशेष संवद्राधस्मृतिश्रमिते मार्गशीर्णभूतिष्ठा सिते लिखितंमिदं पुस्तकं विदुषा श्वेतांबर इन्दरदासेन श्रीमजयपुरे जयपत |
१७६. नविवाहविधि - जिनसेनाचार्यं । पत्र संख्या -४४ । साइज - १२x६ | भाषा-संस्कृत | विषय-विधान | रचना क. ल -X | लेखन काल - सं० १९३३ । पूर्ण । वेष्टन नं० १०५ |
विशेष—प्रति हिन्दी अर्थ सहित है। भाषाकार पन्नालालजी दूनी वाले है। सं० १६३३ में इसकी भाषा पू
हुई थी ।
१७७. ज्ञानपूजा-पत्र संख्या-४ | साइज - ११४४३ इथ । भाषा प्राकृत विषय-पूजा 1 रचना काल - X 1 लेखन काल - X। पूर्ण वेष्टन नं० ११५ ।
विशेष - थां मूलसंघ के श्राचार्य नेमिचन्द्र के पठनार्थं प्रतिलिपि की गयी थी ।
१७८. तीनचौबीसी पूजा-पत्र संख्या - २१ से ६८ | साइज - ११४४३ भाषा-संस्कृत | विषय - पूजा | रचना कॉल-X | लेखन /8-X | अपू । वेष्टन नं ० ६७ ।
१७६. त्रिंशत्चतुर्विंशतिपूजा शुभचंद्र । पत्र संख्या - १२० | साइज - १ इन्च | भात्रा संस्कृत | विषय-पूजा । रचना काल -X | लेखन काल-X | पूर्ण | बैप्टन नं ० ६१ क |
गुटका के आकार में है ।
१८०. तेज्ञाव्रत की पूजा-पत्र संख्या -४ | साइज १००३ इंच भाषा-संस्कृत विषय-पूजा | रचना काल- X| लेखन काळ - १९ । पूर्ण । वेष्टन नं० १०५ ।