________________
स्कुट एवं अवशिष्ट साहित्य ]
विशेष-सकलकीर्ति ने प्रतिलिपि की थी । प्रारम्भ के २१ पत्र फिर लिखवाये गये हैं ।
प्रति नं० २ पत्र संख्या - १३७ । साइन- १०३x४ ब | लेखन काल सं० १७०७ फागु गुदी १३ । पूर्ण वेष्टन नं० ७६३ ।
विशेष- २ प्रतियां और है।
७६. बुधजन विज्ञास-- बुधजन विषय-संरचना काल X लेखन काल- पूर्ण
८. रागमाला - पत्र संख्या - रचना काल->९ । लेखन काल -X | पूर्ण 1 चेप्टन नं०
पत्र संख्या - ११२१०० भाषा-हिन्दी वेष्टन नं० ७२९ ।
मजलसराय की चिट्ठी-पत्र संख्या - २२ | साइज - ६४४ इन्च | भाषा - हिन्दी | विषय - यात्रा बने । रर्चन। काल-X लेखन काल सं० १८४७ मादवा सुदी ११ पूर्ण वेष्टन नं० १२४ ।
विशेष— नजरा पानीपत वाले की चिड़ी है। चिट्ठी के अन्त में पदों का संग्रह भी है।
[ १७३
साइज - ६३X६ इव । माषा-संस्कृत-हिन्दी विषय-संगीत शास्त्र ६०६ ।
२. लघु क्षेत्र समास - पत्र संख्या - ४६ | साह - ६३४५ ६ | भाषा-संस्कृत | विषय - लोक. विज्ञान रचना काल -X 1 लेखनकाल - X पूर्ण अर्थ वेष्टन नं० ११८६ |
'
विशेष-मूल
प्राकृत भाषा में हैं जो रत्नशेखर कृत हैं । यह इसकी टाँका है ।
३. लीलावती भाषा- पत्र संख्या
१ से २४ । साह - १०३४५ छ । वेष्टन नं० ६३४ ॥
गणित शास्त्र रचना काल -x लेखन काल -X | पूर्ण / 1 |
·
८४ वर्द्धमानचरित्र टिप्पण - संख्या- ३ से ४१ | साइज - १०३ विषय-नरित्र । रचना काल -X | लेखन काल-सं० १२१ पासोज सुदी १०
भाषा - हिन्दी] | विषय --
। रचना का -X | लेखन कास X पूर्ण वेष्टन नं० १२२३ ।
विशेष – गुटका साइज हैं ।
च भाषा-संस्कृत
1
वेष्टन नं० १२१३ |
विशेष – वृद्ध मानचरिव संस्कृत शिव यह टिप्पा जयमित्र हलके व दमाथ क ( ) का संस्कृत टिप्पण है। टिप्पण का अन्तिम भाग ही यत्रशिष्ट हैं ।
५. व्यसनराजन टेकचन्द पत्र संख्या
विषय- विविश्व । रचना काल सं० २०२७ | लेखन काल -X | पूर्ण वेष्टन नं० ८७८ ।
विशेषप्त व्यधनों का वर्णन है पथ संख्या २५६ ३ ।
६. आवक धर्मं वर्णन --पत्र संख्या - १० | साइज - ४३४६ । भाषा - हिन्दी | विशेष-प्राचार
१२० भाषा हिन्दी (प)