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________________ [ संग्रह पंचकल्याणक पूजा सुधासागर अष्टाहिकापूजा पार्श्वनामपूजा पंचमीव्रतोपापनपूजा स्नग्यपूजा जिनगुणसंपत्तिपूजा मुक्तावलीपूजा कांजीबारसनतपूजा संस्कृत चौबीसतीर्थकरजयमाल प्राकृत पुष्पांजलिव्रतपूजा २५१० गुटका नं० २०५। पत्र सं० १७२ । साइज-८४६ इन्च । लेखनकाल-सं० १६११ ज्येष्ठ बुदी। पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध 1 दशा-जीर्थ । वेष्टन नं० २६१२ । विशेष-लाडणू नगर में ब्रा डालू ने प्रतिलिपि करवायी भी। विषय-सूनी कर्ता का नाम মাখা विशेष কাবিলযুনাল हिन्दी पुष्पांजलित्रत कथा अपन'श चतुर्विशति जिनस्तुति होलीपर्वकथा महत नेमिनापत्रसंतु सुगंधदशमीकथा सकल कीचि संस्कृत योगसार योगीन्द्र देव अपनश अनुप्रेक्षा विसबसे गा नेमिनायवेलि हिन्दी रयणसार माक्त आदि जिनलबन I. । २५११ गुटका नं० २०६ । पत्र सं० १७२ । साइज-६x४३ इन्च | लेखनकाल ४ । पूर्ण एवं सामान्य शुद्ध । दशा-जीर्ण । वेटन नं. २६१५ । विशेष-विभिन्न कवियों के पदों का संग्रह है। २५१२ गुटका नं०२०७ । पत्र सं० ११२ । साइज-६x४३ इन्च । लेखनकाल-सं. १७६४ । पूर्य एक सामान्य शुद्ध । दशा-सामान्य । वेष्टन नं० २५६७ । विशेष-ब्रह्मरायमल्ल कृत हिन्दी में भविष्यदत्त चौपई हैं ।
SR No.090393
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherPrabandh Karini Committee Jaipur
Publication Year
Total Pages446
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size11 MB
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