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________________ ५ श्रामेर मंडार के अन्य * समोकार स्तोत्र । . .. ... रविता अज्ञात । भारत । पन मन्त्रा' साइज १०||11 इञ्च | गाथा संस्था र लिपि संगन १६७५. लिपिकता कडे पोइन । लिपि शान बोयण । पटमञ्जरी । चयिता श्रीहरिदमित्र : भाषा संस्कृत । पत्र संख्या १०६. 2:11 इञ्च । लिपि संवत् १७२० -.. लिपिका-प्रभात । पन दया २. भट्टारक महाबलि संबन १-१५ तक । भट्टारकों की संख्या ६६. पभनंदी पचीसो। ..: रचयिता श्री जगतराय । मापा हिन्दी ( प ) । पन संखया १३३, साइज १०xशा इञ्च । प्रत्येक नवर ११ प्रक्रिया तथा प्रति पंक्ति में २३१ अक्षर। रचना संवन् १७२०. लिपि संवत् १८१८, दीमक लग, जाने से करीब २०० पृष्ट नष्ट हो चुके हैं । अन्त में कवि की के द्वारा लिखी हुई प्रशास्ति है। | मंगलाचरण श्रमल कमन दल विपुल नयन मल, सकल अचल वल उपशम भरि है। . . .. .. . .. अखिल अनितल अटल प्रबल जस, सुरपति नरपति स्तुति बहुकरि हैं। धृति मति खंतिघर सब जन सुखकर, ..... कनक वरण तन सिद्धि वधू वरि है। वृषभ लछिनधर प्रगट तनय भर, अव तिनर विकर भय जलप्तरि है |१|| . नन्दि श्रावका बार। रचयिता आचार्य पद्मनन्दि । पत्र संख्या ४. साइज ११४४।। इश्च । लिपि संवत् १७१२. छियासी
SR No.090392
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherRamchandra Khinduka
Publication Year
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size5 MB
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