SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 22
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ * आमेर भंडार के अन्य * प्रारम्भसिद्धि वात्तिक । ..... रचयिता ओ उदयाभ । टीकाकार श्री वाचनाचार्य हेमहंस गगि । भारा संस्कृत । पृष्ठ संख्या १२८. साइज १०||४|| इन्च । प्रत्येक पृष्ठ पर १५ पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में १४:५० अक्षर । रचना संगत् १५१४. विषय-ज्योतिष । ग्रंथ के अन्त में प्रशास्ति दो हुई है। .. पाराधनासार। • रचाचता पं0 देवमेन । भाषा प्राकृत.. पत्र.. संख्या ४१ । साइज .0|| इञ्च । गाथा संख्या ११५ । संस्कृत में भा कहीं - अर्थ द रखा है। विषय-आध्यात्मिक। प्रति न०२. पृष्ठ संख्या ६. साइज ६०||४|| Bछ । प्रति अपूर्ण है। .. प्रति नं. ३. पत्र संख्या, ११, लाइज ६x६ इञ्च । . . . . .. . , ..... प्रति ०.. पृष्ठ संख्या १२. साइज १०४४ इच्न । प्रति अपूर्ण है। १२ पृय से आगे के पृष्ठ नहीं हैं। अराधनासार वृत्ति। रना यता श्री पं० आशावर। भाषा संस्कृत । पन संख्या ७. साइज ११४८|| इस्त्र । लिपि संवत् १५८१. विषय-धार्मिक। श्रात्रेय संहिना। रचयिता श्री आत्रि ऋषि ।' भाषा संस्कृत । पृष्ठ संख्या १३७. माइज १३.४५ इञ्च । लिपि संवत् १४४०. विषय-आयुर्वेदिक ! ... . .. ... ... .. . टोपदेश । ....... रचयिता गौतमस्थानी । भाषा संस्कृत। पत्र संख्या ६. साइज़ १०||४|| इन्च । पख संख्या ५६. विषय-आध्यात्मिक । . दष्टोपदेश । .... त्यांच ना अज्ञात : भाषा संस्कृत। पत्र संख्या १६. साइन ६.४५-इञ्च । ..... प्रौदह
SR No.090392
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherRamchandra Khinduka
Publication Year
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy