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________________ अति नं० ३. पृष्ठ संख्या १७. साइज १९४५ | प्रति नं० ४ पत्र संख्या १ = साइज १०४५ || इञ्च । प्रति अपू है। प्रथम ४ पृष्ठ तथा अन्त के पत्र घटते हैं। वैद्य भनोत्सव | रचयिता श्री नयन सुखदास | भाषा हिन्दी पत्र संख्या ३६ साइज १२०५ इव । लिखि संवत् १७७४. वैद्यवल्लभ आर भंडार के ग्रन्थ * प्रति नं० २. पत्र मंख्या २४. साइज १२४६|| इञ्च । । रचयिता श्री हत्तरुचिसूरि । भाषा संस्कृत पत्र संख्या २५ साइज १०x४ || इ | लिपि संवत् १७६३. लिपिस्थान मैसलाना । विलास | रचयिता अज्ञात | भाषा संस्कृत-हिन्दी पत्र संख्या = साइज १२५ इव । वैद्य विनोद | रचयिता अनंतभट्टात्मज श्री शंकर । भाषा संस्कृत । पुष्ट संख्या १०७. साइज ११x६ ३ । वैयाकरण भूषण | रचयिता अज्ञात | भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ७२ साइज ६४४ इञ्च । लिपि संवत् १७४४. वैराग्य स्तवन । रचयिता श्री रत्नाकर । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ३. साइज २०४४ || इञ्च । लिपिकर्ता पं० हरिवंश। पद्य संख्या २५. वैराग्यशतक | ---: रचयिता श्री भर्तृहरि । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या १७. साइज १९४५ इव । प्रति नं० २. पत्र संख्या ६ साइज १११x६ इञ्च । वैष्णव शास्त्र | रचयिता श्री नारायणदास । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ३५ साइज १०||४४ इश्र्व | विषय - एक सौ अठाईस
SR No.090392
Book TitleRajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKasturchand Kasliwal
PublisherRamchandra Khinduka
Publication Year
Total Pages226
LanguageHindi
ClassificationCatalogue, Literature, Biography, & Catalogue
File Size5 MB
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