SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 5
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ PORRHener श्रावकों को नीचे लिखे दिनों में पूजन और स्वाध्याय करना चाहिये मज्ञान १० १४ ५ ११ ? ५ १४ चैत्र वदी भाष सुदी मंगसिर मुदी माघ सुदी चैत्र सुदी कार्तिक सुदी ज्येष्ठ मुझे पौष वदो मंगसिर सृदो मात्र बदी फाल्गुन नदी फाल्गुन वकी माघ सूत्री माघ वदी माध मुदी ज्येष्ठ सुबी बमारत मुदी भगसिर मुदी मगिर सूदी माय नदी नासार बबी श्रावण मुदी पोष वी मगसर बी फाल्गुन वदी पौष सुरी कातिक नदी पोष सुदी चैत्र सुदी चैत्र सुदी फाल्गुन वदी फागुन वदी कालिक सुदी पोष वी माध बी भादी नदी माघ सरी স্ব নয় पोष सदी पोष सुदी नत्र सुदी कातिक मुदी पोष यदी माख नदी मगसिर सुदी मामांग सुदी चैत्र वदी वैसाव भी भाष वी चैत्र सुदी चैत्र सुदी वैसाद मुझे * सुदधे झाल्गुन वदी फाल्गुन वदी फाल्गुन सुदरे सामोज सुदी श्रामोज सुदी यावरण सुदी भाक्षे सुदी प्रापार नदी বস যী ज्येष्ट सुदी ज्येष्ठ वदी बसान्त्र सुदी चैत्र सुदी फाल्गुन सुदो फाल्गुन वदी वैमास्त्र वदी qাখাঃ পূঃ धावण मुदी कालिक बी Ovi ११ ११ १४ ११ १
SR No.090380
Book TitlePrathamanuyoga Dipika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijayamati Mata, Mahendrakumar Shastri
PublisherDigambar Jain Vijaya Granth Prakashan Samiti
Publication Year
Total Pages271
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Story, Literature, H000, & H005
File Size5 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy