________________
रुद्रभूति से मुठभेड लक्ष्मणके धनुषकी टंकारच
विश्वव्यापी प्रभाव
रुद्रभूतिकी जिज्ञासा
भूतिकागमन लक्ष्मणकामाकोश
बालिखिल्य और रुद्रभूति में
मंत्री
राम-लक्ष्मणका तासो पार
करन
रामने सीता देवीको धीरज बैचाया
कपिल ब्राह्मण के घर में प्रवेश
ब्राह्मण देवता से भिड़न्त
प्रख्याति और बट-वृक्षका
वर्णन
अट्ठाईसयों सन्धि
रामका चटके नीचे बैठना और
कृत्रिम वर्षाका प्रकोप
अलंकृत वर्णन
यक्षकी यक्षराज से शिकायत
यक्षराज द्वारा राम-लक्ष्मण की
स्तुति
रामपुरी नगरीका बसाना
नगरीका वर्णन
यक्षका रामसे निवेदन
कपिलको रामसे धन-माचना
पउमचरिउ
११७ मुनिका उपदेश
११७
११९
१२१
१२१
१२३
१२५
१२५
१२७
१२७
१२९
१३१
१३३
LAT
१३३
१३३
१३७
१३९
जनता द्वारा व्रत ग्रहण
लक्ष्मणको देखकर कपिलका
मयभीत होना
१४१
ब्राह्मण द्वारा अर्थकी प्रशंमा १४३
aana f
राम-लक्ष्मण का जीवन्त नगर में
प्रवेश
जीवन्त नगरके राजाके पास
१३९
१४१
राज का अभियान
राजाका लक्ष्मणको सहर्ष
कन्यादान
भरतका लेखपत्र आना
१४५
बनमालाकी आत्महत्या की चेष्टा १४७ गले में फांसी लगाते हो लक्ष्मणका प्रकट होना
१५१
दोनोंका रामके सम्मुख जाना १५१ सैनिकका आक्रमण
१५१
१५३
१४३
रामका गुप्तरूप से अनन्तवीर्यको
हराने का निश्चय
नन्दावर्त नगर में प्रदेश
१५५
तीसवीं सन्धि
भरत विरुद्ध अनन्तवीर्य की
सामरिक तैयारी
१५७
भित्र-भित्र राजाओंको लेखपत्र १५७
१५९
१५