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भनुकम
चौदहवीं सन्धि
२१८-२३२ प्रभातका वर्णन, वसन्तका वर्णन, रवा नदीका वर्णन, रावण और सहसकिरणको रेवामें जलक्रोडा, जलक्रीडाका वर्णन, रावण द्वारा जिनराजा, पूजामें विघ्न, रेवाके प्रवाहका वर्णन, रावणका प्रकोप, जलयन्त्रोंका श्लिष्ट वर्णन, युद्धको तयारी ।
पन्दवी सन्धि
युद्धका वर्णन, देवताओं की आलोचना, सहस्रकिरण का पतन, उसके पिता द्वारा क्षमाकी योजना, सहसकिरण की मुक्ति और जिन-दीक्षा, मगधको ओर प्रस्थान, पूर्वो जनपदोंपर विजय, पुनः कलासकी ओर, नलकूबरका यन्त्रोकरण, उपरम्माका रावणसे गुप्तप्रेम, नलकूबर नरेशका पतन, क्षमादान और प्रस्थान ।
सोलहवीं सन्धि
२४८-२६६ इन्द्र के मन्त्रिमण्डल में गुप्त मन्त्रणा, रावणकी दिनचर्याका वर्णन, इन्द्रसे उसको तुलना, सन्धिके प्रस्तावका निश्चय, मन्त्रियों में परामर्श, चित्रांग दूतका प्रस्थान, नारदसे सूचना पाकर रावणकी तत्परता, दूतकी बात-चीत, इन्द्र की शक्ति और प्रभावके उल्लेख के माथ सन्धिका प्रस्ताव, इन्द्र जीत द्वारा सन्धिकी शर्त, युद्धको घुनौती, दूतका इन्द्रसे प्रतिवेदन ।
सत्रहवीं सन्धि
२६६-२८८ युद्धका प्रारम्भ, व्यूहकी रचना, युद्धका वर्णन, इन्द्रका पतन, इन्द्रका बन्दो बनना, सहस्रारके अनुरोधपर इन्द्रकी मुक्ति, रावणको सन्धिकी शर्त ।