SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 506
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ [373 सन्दर्भ-ग्रन्थ एवं शोध-पत्र-पत्रिकाएँ अगडदत्तचरियं - सम्मा० डॉ० राजाराम जैन, प्राकृत-साहित्य परिषद, आरा, 1975 ई० । 2. अपभ्रंश-दर्पण .- प्रो० जगन्नाथ राय शर्मा, पटना, 1955 ई० । 3. अपभ्रंश भाषा और साहित्य -- डॉ. देवेन्द्रकुमार जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली, 1965 ई० । 4. अपभ्रंश साहित्य - डॉ० हरिवंश कोष्ठ, भारतीय साहित्य मन्दिर, फव्वारा, दिल्ली, वि०सं० 2013। 5. अमरकोश - अमरसिंह, सम्पा० गुरुप्रसाद शास्त्री, बनारस, 1960 ई० । 6. अष्टाध्यायी - श्रीशचन्द्र राय, प्रका० मोतीलाल बनारसीदास, वाराणसी, !962 ई० । 7. आल्हा-खण्ड - पं० नारायणप्रसाद मिश्न, श्री विश्वेश्वर प्रेस, बनारस (तिथि अलिखित)। 8, आदिपुराण में प्रतिपादित भारत : - डॉ० नेमिचन्द्र शास्त्री, श्री गणेशवर्णी दि० जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, 1968 ई० ! 9. आर्यासप्तशती ---- गोवर्द्धनाचार्य। 10. अंगुत्तरनिकाय (प्रथम भाग) – नालन्दा संस्करण। 11. उत्कीर्ण लेखमाला - संपा० झा बन्धु, चौखम्भा०, वाराणसी, 1962 ई० । 12. उत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक विभूति – डॉ० कृष्णदत्त वाजपेयी, शिक्षा विभाग, उत्तरप्रदेश, लखनऊ 1957 ई०। 13. उत्तरपुराण - गुणभद्रकृत, संपा० पं० पन्नालाल साहित्याचार्य, भारतीय ज्ञानपीठ, दिल्ली, 1968 ई०। 14. उपदेशरसायनरास --. जिनदत्त सूरि (वि०सं० 1132, अप्रकाशित)। 15. उपमितिभवप्रपंचकथा -- सिद्धर्षिकृत, संपा० पी० पीटर्सन, कलकत्ता, 1899 ई० । 16. ऋग्वेद संहिता - वैदिक संशोधन मण्डल, पूना 1936-1944 ई० । 17. कर्पूरमंजरी - राजशेखरकृत, संपा० मनमोहन घोष, कलकत्ता वि०वि०, 1948 ई० । 18. कबीर ग्रन्थावली - नागरी प्रचारिणी सभा, वाराणसी, 1962 ई०। 19. करकण्डचरिउ – संपा० डॉ० हीरालाल जैन, भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी 1964 ई० । 20. कवितावली .... टीकाकार-लाला भगवानदीन और विश्वनाथ प्रसाद मिश्र, इलाहाबाद, वि०सं० 2013 | 21. कहाणयतिगं - संपा० घाटगे एवं रणदिवे, सतारा (महाराष्ट्र)। 22, काव्य-बिम्ब - डॉ० नगेन्द्र, नेशनल पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली, 1967 ई० । 23. काव्य-मीमांसा -- राजशेखरकृत, संपा० पं० केदारनाथ शर्मा 'सारस्वत, बिहार राष्ट्रभाषा परिषद, पटना, 1954 ई० । 24. काव्यादर्श .- महाकवि दण्डी, बनारस, वि०सं० 19881
SR No.090322
Book TitlePajjunnchariu
Original Sutra AuthorSinh Mahakavi
AuthorVidyavati Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2000
Total Pages512
LanguageHindi, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy