SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 496
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ शब्दानुक्रमणिका 1363 पुरंद पुरंधी पुलिंद पुल्लिहि पेल्ल पेल्ल पसण्ण प्रशान्त 15/206 - पशु 6/1/10 पसुपालण पशुपालन 15/6/1 पस्सेउ - पसीना 9113 पहर क्षण 13/12/5 पहरण प्रहरण 2/13/8 पहल - पहली 12/26/2 पहिय - पथिक ।/7/10 - पहुँचना ।1/22/5 पाए म्माऊ 1/7/10 पाढीणु एक जलचर जीव |/11/7 पाडल - हंस 8/17/5 पाणिग्गहण - पगिग्रहण, विवाह 8/20/9 पायठ्ठवणु . पादस्थापनी पादुका) 8/5/13 पायाल पाताल 4/112 पायालकण्ण - पातालकर्ण 2/11/3 पारिजाय - पारिजात पुष्म 10/2/9 पालणउ - पालना; पलना 7/12/9 पासं पार्श्वनाथ तीर्थकर 15/0/25 पाहुण मेहमान 14/15 कोयल 4/1/10 पिंगलपहाण - पिंगलप्रधान 4:10.5 पिप्पली - पीपली दृक्ष 10/6/4 पियंग - प्रियंगु वृक्ष 3/1/5 पियरह - पितामह 12/23/4 पियवयण - प्रियवचन 5117 पियवयणा - प्रिभवदना रानी 5/11/7 पियारी - प्यारी 9/5/13 पिसुण - पिशुन; धूर्त 3/6/6 पिहियासव - पिहिताश्रट मुनि 8/15 पीण - पुष्ट 15/7/3 पुंडरिकिणी - गण्डरीकणी नगरी 4/10:9 पुक्कार - पुकारना 14/24/7 वृक्खलावद - पुष्कलावती देश 14/9/10 पुण्णंधि - पूर्णा, 15.717 पुण्णकलस - पुण्यकलश 13/15/8 पुण्णभद्द - पुण्यभद्र नामका व्यक्ति 571212 पुण्णाय - पुन्नाग पुष्प 11/13:9 पुण्फचाउ - पुष्पधनुष 8/12/6 पुप्फदाम पुष्फमाला 8/9/7 पुष्फणु पुष्पधनुष 8/15/6 पुरन्दर; इन्द्र | 13/9 पुरन्धी 8/20/9 पुरा - पुर 31/4 - नगरी /15/8 - भील 10:939 ___ - भील 2/2/3 - 15/12 पुच्चविदेह - पूर्व विदेह 14:9:9 पेक्ख - प्रेक्ष, देखमा |18/5 ठेलमठेल, पेलता 1311111 पेलना 15/3/6 पेसण दास 9/213 पाम - पद्म लेश्या 4/10/11 पोलोमी - इन्द्राणी 5/10/8 फग्गुण फागुन मास 6:16/12 फणिंद - फणेन्द्र 1/14/8 फणिमास - नागपाश 2:20/7 फणिस ___ - पनिस वृक्ष 3/4/7 फणीस - नागेन्द्र 15/7/1 फागुण . फागुन मास 151513 फाल फेंकना 10:9/3 फिट्ट नष्ट होना 15/56 फूटना 13/10/7 फुरेसइ - फरफना 7/10/8 फूइय बुआ 2/13/12 बुआ 2/7/13 फेडिउ - फेरना 14/6/1] फोड़ छाला. फोड़ा 9/8/7 फोंफली - पोंफली वक्ष 10/6/11 बंध - बन्ध नामका तत्व 14/9/14 बंभणवाड . बम्हणबाड नगर 1/418 बलहद्द - बलभद्र 1/12/7 बुद्धि - बुद्धि नामकी टेबी 2/11/14 पिई
SR No.090322
Book TitlePajjunnchariu
Original Sutra AuthorSinh Mahakavi
AuthorVidyavati Jain
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year2000
Total Pages512
LanguageHindi, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Story
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy