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३०. निशीथ
३१. अंतगदाओ
३२. सुयगडंग
३३. द्रव्यसंग्रह
३४. गोम्मटसार ( जीवकांड)
पालिग्रन्थ ३५. दीघनिकाय
३६. केवट्टसुत
अपभ्रंश प्रत्य
३७. पउमचरिउ - (भाग - १, २, ३)
हिन्दी प्रत्य ३८. जैन साहित्य और इतिहास ३९. संस्कृत साहित्य का इतिहास
४०. रामकथा (उत्पत्ति और विकास)
४१. संस्कृत साहित्य की रूपरेखा
४२. संस्कृत साहित्य का संक्षिप्त
इतिहास ४३. कालिदास और उसकी काव्यकला
४४. संस्कृत साहित्य का इतिहास
४५. भारतीय संस्कृति में अंनधर्म का
मोगदान
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सहायक ग्रन्थों की सूखी : ३०५
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मित्रवर्य, गणेदि०जैन ग्रन्थमाला, खरखरी, धनबाद, बिहार, ( १९५८) । नेमिचन्द्राचार्य, रायचन्द्र जैन ग्रंथमाला, शोलापुर ।
(बम्बई सं १९४३) | ( बम्बई सं० १९४३ ) |
कवि स्वयम्भू, अनु० डॉ० देवेन्द्रकुमार जैन, एम० ए० साहित्माचार्य, भार तीय ज्ञानपीठ, काशी (प्र० सं० ) ।
नाथूराम प्रेमी (द्वि० [सं० ) । कीथ, प्र० मोतीलाल बनारसीदास, काशी ।
डॉ० रेवरेण्ड फादर कामिल बुल्के हिन्दी परिषद् प्रकापान, प्रयाग विश्ववि० ।
चन्द्रशेखर पांडेय तथा शान्तिकुमार नानूराम व्यास, साहित्य निकेतन, कानपुर (१९६४) ।
वाचस्पति गैरोला, चम्भा विद्याभवन, काशी (१९६०) । वागीश्वर विद्यालंकार, प्र० मोतीलाल बनारसीदास |
बल्देव उपाध्याय शारदा प्रकाशन, वाराणसी (सप्तम सं० ) ।
मध्यप्रदेश
डॉ० हीरालाल जैन, शासन साहित्य परिषद, भोपाल (१९६२) ।