________________
न्याय-दीपिका
राब्द नाम उभयसिद्धधर्मी ऊह ऋजुसूत्रनय एकत्वप्रत्यभिज्ञान
७२, ८३
१२६
करण
७५
कालात्ययादिष्ट केवलज्ञान केवलव्यतिरेको केवलान्बयी क्रमभावनियम गुण
७६.
प्रानन्द ना
७४ न्याय ६३ पक्ष १२८ पक्षप्रमत्व ५६ पयायायिक १३ परत: ८७ परमपयायाधिक ३६ परार्थानुमान ६० परीक्षा ८६ परोक्ष ६२ पारमार्थिक १२१ प्रकरणसम ६२ प्रतिज्ञा ४१ प्रत्यक्ष १२२ प्रत्यभिज्ञान १२५ प्रमाण १०४ प्रमाणसिद्धधर्मों ७३ प्रमिति ३२ प्रामाण्य १३ मनःपर्यशान
१२५ मुख्य प्रत्यक्ष ८६, १११ युक्ति
११२ योग्यता
४५ लक्ष्य १४, २५ वस्तु
२४ लक्षण
हरार्थ
न्यायिक दृष्टान्त
धर्मों धारणा
धारावाहिक नय निगमन निगमनाभास निर्दोषत्व निर्विकल्पक नर्मल्य