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गाथाओं का समीकरण
सूत्रकृतांग नियुक्ति की गाथाएं चूणि एवं टीका -दोनों में मिलती हैं पर कहीं कहीं उनके क्रम में अंतर है। पाठ-संपादन में हमने प्राचीनता की दृष्टि से चूणि के क्रम को प्राथमिकता दी है। समोकरण में सूत्रकृतांग चूणि के प्रथम श्रुतस्कन्ध को नियुक्ति-गाथा का ही संकेत दिया जा रहा है क्योंकि दूसरे श्रुतस्कन्ध को चूणि में गाथाओं का केवल संकेत मात्र है तथा उनके आगे गाथा संख्या मी नहीं है । अत: समीकरण में उनका संकेत नहीं किया है । संपादित
संपावित
टीका
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२४
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१. पूणि में २० नम्बर को गाथा के स्थान पर रिक्त स्थान है।