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________________ नियुक्तिपंचक ४७।१. तत्थाहरणं दुविहं, चउम्विहं होइ एक्कमेक्कं तु । हेक पब्विहो खलु, तेण उ साहिज्जए अत्यो' । ४८. 'णातं आहरण ति य, दिळंतोवम्म निदरिसणं तह य । एगळं तं दुविहं, चउम्विहं चेव नायव्वं ॥ चरितं च कप्पितं या', दुविहं तत्तो चविहेक्के । आहरणे तद्देसे, तद्दोसे चेषुबनासे ।।दार।। चउधा खलु आहरणं, होति अवाओ उवाय ठवणा य। तह य पडुप्पप्नविणासमेव पढम चउविगप्प ।। दवावाए दोन्नि उ, वाणियगा भायरो धणनिमित्तं । वहपरिणएक्कमेक्क, दहम्मि मच्छेण निब्वेओ ।। खेत्तम्मि अवाकमणं, दसारयग्गस्स होइ अवरेणं । दीवायणो य काले, भावे मंडुश्कियाखवओ ।। ५३. सिक्खगअसिक्खगाणं, संवेगथिरयाइ दोहं पि । दवाइयाइ एवं, दसिज्जते 'अवाया उ' || ५४. दवियं कारणहियं, विगिचियव्वमसिवाइ खेत्तं च । बारसहिं एस्सकालो, कोहाइविवेग भावम्मि । १. इस गाया का दोनों चूणियों में कोई उल्लेख स्पष्ट लिखते हैं कि-'स्वरूपमेषां प्रपञ्चेन नहीं मिलता । यह गाथा प्रक्षिप्त प्रतीत होती भेदतो नियुक्तिकार एव वक्ष्यति' (हाटी प. है क्योंकि आगे की गाथा में पुनः इसी ३५) तथा गा. ५२ की व्याख्या में 'प्रकृतविषय की पुनरुक्ति हुई है। यहां यह गाथा योजना पुननियुक्तिकार एव करिष्यति, किमविषयवस्तु की दृष्टि से भी अप्रासंगिक लगती काण्डः एव नः प्रयासेन' (हाटी प. ३६) । इसके अतिरिक्त गा.७९ की व्याख्या में भी २. नायमुदाहरणं (हा)। 'भावार्थस्तु प्रतिभेदं स्वयमेव वक्ष्यति नियुक्ति३. च (जिचू), वा (हा)। कारः' (हाटी प. ५५) कहा है। इन प्रमाणों ४. भवे चउहा (अ.ब), ५० से ५ तक की से स्पष्ट है कि टीकाकार के सामने ये गाथाएं गाथाओं का दोनों चूणियों में कोई संकेत नहीं नियुक्तिगाथाओं के रूप में प्रसिद्ध हो चुकी है किन्तु व्याख्या और कथानक मिलते हैं। थीं । अतः हमने इनको नियुक्तिगाथा के क्रम मुनि पुण्यविजयजी ने ५६,७३ और ८२ इन में रखा है। तीन गाथाओं को उद्धृतगाथा के रूप में माना ५. देवा. (अ,न) । है। ऐसा अधिक संभव लगता है कि चूणि ६. खमओ (ब)। की व्याख्या के अनुसार किसी अन्य आचार्य ७. अवायाओ (अ)। ने इन गावाबों की रचना की हो किन्तु गाथा ८. एस० (अ)। १०वीं की व्याख्या में टीकाकार हरिभद्र
SR No.090302
Book TitleNiryukti Panchak
Original Sutra AuthorBhadrabahuswami
AuthorMahapragna Acharya, Kusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year
Total Pages822
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari, Agam, & Canon
File Size19 MB
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