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________________ १२३ शब्दानुक्रमणिका पृष्ट श्लोक | शब्द पृष्ट श्लोक | शब्द १०६ सौहद ९१ १९७ । स्वाहापत्ति सौहृद्य १९७ ' स्वैरिणी पृष्ठ श्लोक ३३ Our ३ है व m शब्द सीत्कृत सीमन सीमन्तिनी मीर सुकृत सुचिरंतन W १४ w १४२ १०२ १२१ स्तन स्तनधय নির २० ० १५६ हेस इंसवाह हंसी हंहो हन्तोक्ति ६४ १२७ र सुत EF EXxx., १४७ स्तब्ध १८१ ११० ६ १६७ ह्य ५२ सुधासूति सुनाशीर मुनिमौक सुन्दर सुन्दरी स्तम्बकरि स्तम्बरम स्तेन ८८ 15377378558523546328575; १७७ - स्त्री - १२२ सुपर्ण सुभद्र स्थपुट स्थविर १६ ९० सुमन ८. स्थाणु ६८ हरिण हरिणी स्थान १३३ १५० ' स्नेह ६१ सुरा सुवर्ण ७ १४९ सुष्ट १७३ स्पर्शा स्पष्ट स्फीत्कृत स्फुट हरित् हरित हरिद्राभ हरिनाहन १४९ G००० , ५७ १७३ स्मर स्मत १८२ orror १०८ १११ स्पद Y स्यन्दन १७२ । हल हलि ११९ हव्यवाह ज ६० हस्त सुहृत सूत्रामन सून सूनृत सुरि सूर्य सूर्प कारि सेना सेनानी सेनानीपिल सेन्द्र सैन्य सौदर्य सोमवंश सौदामिनी सौव ७३ २४ ६८ स्रबन्ती १२ स्रोतस्विनी स्रोतस्विनीपति १२ स्त्र ૨૪ हस्तशाग्वा हस्तिन् हाटक भ ४७ १९७ २ स्वभाव हाला १४६ स्वर ११८ १८ स्वर्ग स्वर्ण सौम्य सौरभ स्वान्त हिमवस्सुता ३६ हिरण्य हिरण्यकशिपुसूदन ३७ हिरण्यगर्भ ३६ हिरयपरेतस् ३३ सोरि सौहार्द स्वामिन
SR No.090291
Book TitleNammala
Original Sutra AuthorDhananjay Mahakavi
AuthorShambhunath Tripathi
PublisherBharatiya Gyanpith
Publication Year1950
Total Pages150
LanguageSanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size4 MB
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